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अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: 5 हजार महिलाओं ने ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा करके दिया गीता का संदेश

Gita Jayanti Mahotsav 2021 गीता जयंती महोत्‍सव का रंग अब चढ़ने लगा है। शुक्रवार को महोत्‍सव में महिलाओं और साधु संतों की भीड़ पहुंची। करीब पांच हजार महिलाओं ने पवित्र ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा करते हुए गीता का संदेश दिया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 10 Dec 2021 12:56 PM (IST)Updated: Fri, 10 Dec 2021 12:56 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: 5 हजार महिलाओं ने ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा करके दिया गीता का संदेश
गीता जयंती महोत्‍सव में ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा करतीं महिलाएं।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शुक्रवार को पांच हजार महिलाओं ने ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा की। गीता पालकी के साथ इस परिक्रमा में ब्रह्मसरोवर पर गीता के श्लोकों की गूंज सुनाई दी। गीता परिक्रमा में हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और गुजरात से भी महिलाएं पहुंचीं। उनके साथ गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज भी थे। अब गीता ज्ञान संस्थानम् में महिला सम्मेलन किया जाएगा। सम्मेलन में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज संबोधित करेंगे।

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सभ्यता, संस्कृति और भक्ति के साथ व्यंजनों की खुश्बू से महका सरोवर

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 (आइजीएम) के मुख्य कार्यक्रमों के साथ सभ्यता, संस्कृति और भक्ति का रंग चढ़ गया। एक तरफ हरियाणा पैवेलियन में हरियाणवी संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने समा बांध दिया। वहीं उत्तरी क्षेत्रीय सांस्कृतिक विभाग के आयोजनों ने रंगा बांधा। महाआरती में महाभारत का युधिष्ठर अभिनय करने वाले पंडित लख्मीचंद राजकीय प्रदर्शन एवं ²श्य कला विश्वविद्यालय रोहतक के कुलपति गजेंद्र चौहान को पाकर हर कोई गदगद हो गया। आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश ने सांध्यकालीन महाआरती की। गीता की स्थली ज्योतिसर में श्रीमद्भगवदगीता का संपूर्ण पाठ वेदपाठियों किया।

राज्‍यपाल भी सभ्‍यता के रंग को देखकर जताई थी खुशी

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा पैवेलियन का उद्घाटन किया। वे पैवेलियन में पहुंचे तो संस्कृति और सभ्यता के रंग को देखकर खुश हो गए। प्रशासन ने उनको खुली गाड़ी से प्रदर्शनी देखने की कही तो उन्होंने पैदल ही पूरी प्रदर्शनी देखने की कही। अंतरराष्ट्रीय फैशन डिजाइनर ललिता चौधरी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को रेजा चोसी से बनने वाले कपड़ा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि इस कपड़े की खासियत है कि मौसम अनुकूल शरीर के तापमान को नियंत्रण में रखता है। यह गर्मी में ठंडा और सर्दी में गर्मी का अहसास दिलाता है। रेजा को 2017 में दोबारा जीवंत किया गया है। इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में खाकी कपास को भी रिवाइव किया गया है। लोक कलाकारों ने पौराणिक हरियाणवी वाद्य यंत्रों ढोल-नगाड़ों, बीन-बांसली पर अपनी प्रस्तुति दी। हरियाणा पैवेलियन में रायल पंराठा जंक्शन नाम से एक स्टाल लगाया गया है। इस स्टाल पर पर्यटक खींचे चले जा रहे हैं। तीन पंराठे खाओ एक बुलेट व एक लाख रुपये नकद का इनाम रखा है। हरियाणा पैवेलियन को इस तरह से तैयार किया गया है कि जिसके अंदर जाते ही ग्रामीण अंचल का पूर्णत: अहसास होता है।

हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत पूरे विश्व में अनमोल : दत्तात्रेय

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत पूरे विश्व में अनमोल है। इसी धरा से पूरी दूनिया को शिक्षा और संस्कार दिए गए और कुरुक्षेत्र में हजारों वर्ष पूर्व बहने वाली सरस्वती नदी के किनारे ही सभ्यता और संस्कृति का पालन पोषण हुआ। भगवान श्रीकृष्ण ने यहीं गीता के उपदेश भी दिए।


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