अभिभावक ध्यान दें, बोर्ड परीक्षा का खौफ और तनाव से छिन रही बच्चों की जिंदगी
12वीं का अंग्रेजी का पेपर खराब होने की वजह से छात्रा ने तनाव में आकर फंदा लगा जान दे दी। छात्रा के इस कदम से परिजनों का बुरा हाल है।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। बोर्ड परीक्षा के खौफ के चलते एक छात्रा ने जान दे दी। 12वीं कक्षा की छात्रा का अंग्रेजी का पेपर सही नहीं हुआ था। इससे तनाव में आकर फंदा लगा लिया। पुलिस ने परिजनों का बयान लेकर इत्तेफाकिया कार्रवाई की। वहीं बेटी की मौत के बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल।
नहौनी गांव में 15 वर्षीय छात्रा ने संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। अंग्रेजी विषय का पेपर ठीक नहीं होने के बाद से ही वह तनाव में थी। इसी कारण उसने फंदा लगा लिया। सुबह परिजनों ने देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा।
दो बच्चे थे, एक बेटी और एक बेटा
नहौनी गांव निवासी कपिल देव के पास दो बच्चे थे। इनमें एक बेटा व एक बेटी। दोनों की बोर्ड की फाइनल परीक्षा थीं। उसकी 15 वर्षीय बेटी गीतांजलि की 12वीं कक्षा का तीन दिन पहले अंग्रेजी विषय का पेपर हुआ था। उसके पिता ने बताया कि पेपर ठीक नहीं होने की वजह से मानसिक तौर पर ठीक नहीं था और तनाव में थी।