महर्षि वाल्मीकि के बारे में बोला तो हंगामा, ऐसा क्या कह दिया
महर्षि वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाई जा रही थी। हर किसी से महर्षि के दिखाए पथ पर चलने का आह्वान किया जा रहा था। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ, जो छात्रा के बोलते ही हंगामा खड़ा हो गया।
जागरण संवाददाता, कैथल/पानीपत: महर्षि वाल्मीकि जयंती पर शहर और कस्बों में बड़े स्तर पर बुधवार को कार्यक्रम हो रहे थे। महर्षि के दिखाए गए पथ पर युवाओं को चलने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। हर कोई अपने व्याख्यान दे रहा था। अचानक एक छात्रा के बोलने पर हंगामा खड़ा हो गया। आखिर ऐसा क्या हुआ था, जानने के लिए पढि़ए ये खबर...।
कैथल में महर्षि वाल्मीकि जयंती पर आरकेएसडी कॉलेज हॉल में जिला स्तरीय कार्यक्रम में एक छात्रा के भाषण पर विवाद हो गया। छात्रा जब महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर मंच से बोल रही थी तो एक ऐसा शब्द मुंह से निकला जिससे समाज के लोग नाराज हो गए। समाज के लोग ने कुर्सियों से उठकर मंच की तरफ दौड़ पड़े। वहीं पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।
राज्यमंत्री के सामने जताई नाराजगी
लोगों ने कार्यक्रम का विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया। बतौर मुख्यातिथि पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री कर्णदेव कांबोज के सामने रोष जताया। कहा कि गलत शब्द बोलकर महर्षि वाल्मीकि का अपमान किया गया है। समाज के लोगों की भावनाओं को जो ठेस पहुंची है उसे वे सहन नहीं करेंगे।
मंच से उतरकर विरोध कर रहे लोगों को शांत कराते आयोजक।
महर्षि के बारे में जानकारी ही नहीं तो क्यो कर रहे कार्यक्रम
जब महर्षि वाल्मीकि के बारे में जानकारी ही नहीं है तो क्यों ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पिछले साल भी इस कार्यक्रम में गलत टिप्पणी कर समाज के लोगों को अपमानित किया गया था। 12 बजकर 10 मिनट पर राज्य मंत्री के पहुंचने पर कार्यक्रम शुरु हुआ। 12 बजकर 30 मिनट पर छात्रा बोलने के लिए खड़ी हुई। छात्रा ने महर्षि वाल्मीकि के शुरुआती जीवन से भाषण की शुरुआत की, लेकिन इस दौरान छात्रा के मुंह से एक शब्द ऐसा निकला कि हाल में तनाव फैल गया। समाज के लोग विरोध में उठ खड़े हुए। जिला प्रशासन के अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई।
पिछले साल तत्कालीन डीसी ने की थी गलत टिप्पणी
श्याम लाल कल्याण, राम लाल कल्याण, कुलदीप बागड़ी, राजेंद्र कल्याण, केदार सिंह, राकेश बिढलाण ने कहा कि 2017 में भी जयंती पर जिला स्तरीय कार्यक्रम किया गया था। उस समय तत्कालीन डीसी सुनीता वर्मा ने महर्षि वाल्मीकि के बारे में कुछ ऐसे शब्द बोल दिए थे जिससे समाज के लोग खफा थे। समाज के लोग उस समय भी डीसी के खिलाफ मामला दर्ज करवाना चाहते थे, लेकिन तब डीसी ने माफी मांग ली थी और मामला रफा दफा हो गया था।
छात्रा ने बाद में जोड़े भाषण में शब्द: सीमा रानी
कार्यक्रम आयोजक जिला कल्याण अधिकारी सीमा रानी ने कहा कि मंगलवार को सभी के भाषण चेक किए थे, लेकिन छात्रा ने सोशल मीडिया से बाद में शब्दों को जोड़ लिया। उन्हें भी नहीं मालूम था। कार्यक्रम में समाज के लोगों को ठेस पहुंचाना उद्देश्य नहीं था। ये बच्चें हैं और बच्चों से गलतियां हो जाती हैं।
नहीं रुक रहे थे छात्रा के आंसू
छात्रा कार्यक्रम से रोते-रोते घर को लौट गई। छात्रा का कहना था कि उन्हें नहीं पता था इन शब्दों से किसी को बुरा लग जाएगा। उन्हें गूगल पर यह पूरी सामग्री मिली और वह महर्षि वाल्मीकि के पूरे जीवन पर प्रकाश डालना चाहती थी। छात्रा के साथ आई उनकी दोस्त ने कहा कि लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए था। विरोध करने का तरीका बहुत असभ्य था और छात्रा बुरी तरह डर गई थी।