Gangwar in Ambala: दो गैंग के निशाने पर बीआर गैंग, कॉलेज में मारपीट के बाद शुरू हुआ खूनी खेल
वीरवार को अंबाला शहर में दिनदहाड़े चार मिनट गोलियों की आवाज से अंबाला थर्रा गया। भुप्पी गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच चल रही रंजिश के चलते हुई गैंगवार में दो लोगों की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए। 25 साल पहले दुश्मनी की शुरुआत हुई थी।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर। वीरवार को अंबाला शहर के कालका चौक पर भुप्पी राणा गैंग के दो सदस्यों की हत्या के बाद यह गैंगवार और तेज हो सकती है। बीआर गैंग दो गिरोहों के निशाने पर है। एक ओर जहां एमआर गैंग है, तो दूसरी ओर लॉरेंस बिश्नोई गैंग। दोनों गैंग बीआर गैंग के गुर्गों को ठिकाने लगाने का मौका ढूंढ रहे हैं।
इन दोनों गैंग के साथ बीआर गैंग के बीच तनातनी काफी पुरानी है। अब आने वाले समय में क्या होगा, कहा नहीं जा सकता। लेकिन यह माना जा रहा है कि ऐसी और वारदातें सामने आ सकती हैं। बीआर गैंग व एमआर गैंग के बीच बरवाला के एक कालेज में छोटी सी मारपीट हुई थी। बाद में यह मारपीट गैंगवार के रूप में बदल गई। दोनों गैंग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए। जिसका भी दांव लगा, उसने दूसरे गैंग के सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया।
कहीं जेल से नेटवर्क तो नहीं चला रहे सरगना...
बीआर और एमआर, दोनों गैंग के सरगनाओं पर संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं। दोनों गैंग की रंजिश अंबाला देख चुका है और इसमें कई हत्याएं तक हो चुकी हैं। अब इस मामले मेें लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने भी बीआर गैंग को निशाने पर ले लिया है। कालका चौक पर जिस तरह से वीरवार को लॉरेंस गैंग ने बीआर ग्रुप के गुर्गों पर हमला किया, उससे यह खूनी संघर्ष और तेज हो सकता है। हालांकि दोनों गैंग के सरगना जेल में बंद हैं, जबकि जेल से ही नेटवर्क चलाने का संदेह है। अब पुलिस इसकी जांच कर रही है कि हत्या की यह साजिश किस तरह से रची गई।
बंबीहा गैंग ने फेसबुक पर ली कत्ल की जिम्मेदारी
गैंगवार में एक और एंगल निकला है। वारदात के बाद बंबीहा गैंग के सदस्यों ने पंचकूला के सकेतड़ी में हुए मीत बाउंसर के कत्ल के आरोपित जीरकपुर निवासी मनी भाटिया व उसके साथी मनीष की हत्या का बदला लेने की पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट की। पोस्ट करने वाले ने मनी व मनीष की फोटो डालकर उनकी हत्या करने की जिम्मेदारी ली। यह पोस्ट जैंपी बराड़ की फेसबुक अकाउंट से डाली गई थी।
यह लिखा है फेसबुक पोस्ट में
बंबीहा ग्रुप के सदस्य की ओर से डाली गई पोस्ट में लिखा कि ''सत श्री अकाल, मुझे आशा है कि तुम सभी ठीक होंगे। आज अंबाला कोर्ट के बाहर मनीष व मनी का कत्ल हमारे दविंदर बंबीहा ग्रुप वाले वीर नीरज चस्का जैतों व मन जैतों ने किया है। एक बात और हमारे विरोधी कान खोलकर सुन लें कि हमने जो भी किया जायज किया और हमने अपने भाई मीत बाउंसर का बदला ले लिया है और जो बाकी रहते हैं वह भी अब तैयार रहें। वहीं फेसबुक पर मनी के कत्ल की जिम्मेदारी लेने के बाद जीरकपुर थाना पुलिस भी हरकत में आई और देर शाम शहर में नाकाबंदी बढ़ा दी। सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने मनी को नजरबंद कर किया है।
बाद में अकाउंट से हटाई पोस्ट
हालांकि जब मृतकों की शिनाख्त चंडीगढ़ निवासी प्रदीप और राहुल के तौर पर हुई तो उस पोस्ट को अकाउंट से हटा दिया गया। बता दें कि मनी जीरकपुर का रहने वाला है जो कि इन दिनों जमानत पर बाहर आया हुआ है। मनी की भी वीरवार को अंबाला कोर्ट में पेशी थी और वह पहले से ही हमलावरों की रडार पर चल रहा है। सूत्रों के अनुसार भुप्पी राणा गैंग के सदस्यों की भी कोर्ट में पेशी थी। भुप्पी राणा गैंग व मनी दोनों ही एंटी ग्रुप हैं। इनमें पहले भी कई बार गैंगवार हो चुकी हैं।
मनी की भी थी पेशी, पर पहले ही लौट आया
हमलावरों को इस बात की भनक थी कि वीरवार को मनी वरना गाड़ी से अंबाला कोर्ट में पेशी भुगतने आने वाला है। मनी भी वीरवार को घर से कोर्ट में पेशी के लिए निकला था। लेकिन मौके पर पहुंचने से पहले वापस आ गया।वारदात के बाद बंबीहा ग्रुप की पोस्ट के आधार पर पुलिस को शक है कि कहीं गलतफहमी की वजह से मनी और मनीष की जगह चंडीगढ़ मौलीजागरां के रहने वाले युवकों को तो नहीं मार डाला गया। गाड़ी व कपड़ों का रंग एक जैसा होने के कारण हमलावर प्रदीप व राहुल पर गोलियां बरसाकर फरार हो गए। अंबाला और जीरकपुर पुलिस दोनों इस एंगल पर भी जांच कर रहे हैं।
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