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बदमाशों ने जेल को बनाया सुरक्षित ठिकाना, कॉल करके गुर्गो से करवा रहे हैं वारदात

बदमाशों ने जेल को अपना सुरक्षित ठिकाना बना लिया है। जेल से ही गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं और फोन के द्वारा वारदात करवा रहे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 12:48 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 12:48 PM (IST)
बदमाशों ने जेल को बनाया सुरक्षित ठिकाना, कॉल करके गुर्गो से करवा रहे हैं वारदात
बदमाशों ने जेल को बनाया सुरक्षित ठिकाना, कॉल करके गुर्गो से करवा रहे हैं वारदात

पानीपत, जेएनएन। पुलिस अधिकारी जिस पानीपत जिला जेल को प्रदेश की सबसे सुरक्षित जेल होने का दावा कर रहे थे, वहीं पर दो मोबाइल फोन व एक सिम कार्ड बरामद किया गया। यह मोबाइल कुख्यात बदमाश सिवाह के राकेश उर्फ पंपू व अन्य तीन बदमाशों ने बैरक के बर्थ (सोने के स्थान) में सुराग करके दूध की खाली थैली में लपेट कर छिपा रखे थे। इनसे 25 दिन में करीब 50 कॉल की गई हैं। 35 दिन की छानबीन के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।

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जेल सुपरिंटेंडेंट सोमनाथ जगत ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते 30 मार्च को जेल की तलाशी ली गई थी। इस दौरान ब्लाक नंबर तीन की बैरक नंबर एक में बर्थ में बने सुराग से दो मोबाइल फोन बरामद हुए। बैरक में हवालाती सिवाह का राकेश उर्फ पंपू, सुल्तान, उत्तर प्रदेश के जिला बरेली के मोहतारपुर गांव के रहीश हाल फैक्ट्री नंबर 404 और ब्राह्मण माजरा का राकेश उर्फ फौजी रहते हैं। इन्हीं बदमाशों ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया है। चारों आरोपितों को छह माह पहले करनाल से पानीपत जेल भेजा गया था।

पहले भी जेल से मोबाइल बरामद हो चुका है

17 नवंबर 2019 को सिवाह स्थित जिला जेल में पेशी से लौटकर आए तीन बंदियों से मोबाइल फोन बरामद किया गया था। इनमें अमन निवासी गांव सोगन माजरा (कैथल), अर¨वद निवासी सफीदों और सचिन निवासी गांव पिलखुआ, हापुड़ (यूपी) शामिल हैं।

मोबाइल पहुंचाने वालों की भी हो रही है तलाश

सेक्टर-29 थाना प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि जेल में राकेश उर्फ पंपू व अन्य तीन अपराधियों के पास मोबाइल किसने पहुंचाया है और किन-किन लोगों से बात हुई है इसका पता लगाया जा रहा है। फिलहाल राकेश, सुल्तान, रहीश और राकेश के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

पंपू ने की थी सरपंच के चाचा व भाई की हत्या

गैंगस्टर सिवाह के राकेश पर हत्या, लूट, डकैती जैसे एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। राकेश सोनीपत की आहुलाना के अमरजीत के साथ मिलकर गैंग चलाता था। गैंग की रोहतक के रिठाल गांव के शनि देव उर्फ कुक्की गैंग से दुश्मनी चल रही है। 7 नवंबर 2015 को राकेश ने साथियों के साथ मिलकर सिवाह के सरपंच खुशदिल कादियान के चाचा दलेल और ताऊ के बेटे सितेंद्र की फार्म हाउस में गोली मारकर हत्या कर दी थी। 31 मार्च 2016 को राकेश व उसके साथियों को गुरुग्राम में गिरफ्तार किया था।  


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