दोस्त ने मदद का भरोसा दिलाकर दोस्त की मृत मां के खाते से 2.29 लाख रुपये निकाले
एक व्यक्ति ने अमर भवन चौक पर रहने वाले दोस्त से दस्तावेज लेकर मदद का झांसा दे उसकी मृत मां के खाते से 2.29 लाख रुपये निकाल लिए। खाते में 1268 रुपये ही छोड़े। पीड़ित बैंक और कोर्ट के चक्कर लगाता रहा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : एक व्यक्ति ने अमर भवन चौक पर रहने वाले दोस्त से दस्तावेज लेकर मदद का झांसा दे उसकी मृत मां के खाते से 2.29 लाख रुपये निकाल लिए। खाते में 1268 रुपये ही छोड़े। पीड़ित बैंक और कोर्ट के चक्कर लगाता रहा। खाते के बंद मोबाइल फोन को चालू कराया तो धोखाधड़ी का पता चला।
अमर भवन चौक के मनमोहन सिंह ने बताया कि उनकी मां देवी का अमर भवन चौक स्थित एसबीआइ में खाता है। 25 अगस्त 2020 को मां का देहांत हो गया था। वह रुपये निकलवाने के लिए बैंक में गया तो कर्मचारी ने बताया कि उनकी मां के खाते का कोई वारिस नहीं है। उन्हें व स्वजनों को कागजात पूरे करने को बोला गया। कागजात पूरे कर उन्होंने बैंक व कोर्ट के चक्कर लगाए। कागजात में कमी बताकर उन्हें टाल दिया गया।
पीड़ित ने बताया कि उसे रुपयों की जरूरत थी, इसलिए उन्होंने परिचित अमरजीत सिंह से संपर्क किया। अमरजीत ने उनसे फरवरी 2021 में सारे दस्तावेज लिए और कहा कि उसका एसबीआइ में मोहित नाम का युवक जानकार है। मार्च तक काम नहीं हुआ तो अमरजीत से कागजात मांगे। उन्हें बैंक से कागजात लेने को बोला गया। वह बैंक में गया तो मैनेजर ने बताया कि मोहित नाम का कोई कर्मचारी नहीं है।
बैंक खाते की जानकारी के लिए उन्होंने खाते में दिए गए बंद मोबाइल नंबर को 12 अप्रैल को चालू कराया। मोबाइल पर आए एसएमएस से पता चला कि मां के खाते में मात्र 1268 रुपये बचे हैं। अमरजीत ने बताया कि उसके पास कोई कागजात नहीं है। उन्हें धमकी दी गई कि कहीं भी शिकायत कर ले। बैंक से मिली जानकारी से पता चला कि नेट बैंकिग से अमरजीत ने उनकी मां के खाते से अपने व कैलाश कौर नाम की महिला के खाते में 2.29 लाख रुपये ट्रांसफर कराए हैं जबकि उनकी मां नेट बैंकिग का इस्तेमाल नहीं करती थी। अमरजीत ने बैंक कर्मचारी व महिला के साथ मिलकर उनके साथ धोखाधड़ी की है। किला थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।