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नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली गैंग का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार

करनाल में पुलिस ने नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। टीम ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। शातिर बदमाश नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को निशाना बनाते थे और लाखों रुपये ऐंठते थे।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Wed, 22 Jun 2022 07:26 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jun 2022 07:26 PM (IST)
नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली गैंग का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार
सीआइए टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपित।

करनाल, जागरण संवाददाता। जिला पुलिस करनाल की सीआईए टू की टीम द्वारा लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने का लालच देकर उनसे लाखों रूप्ये की ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली गैंग को गिरफ्तार किया गया है। ऐसी एक वारदात के संबंध में शिकायतकर्ता सचिन पुत्र प्रेमचन्द वासी अशोक विहार कालोनी मधुबन ने थाना मधुबन में एक शिकायत दी।

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उसने बताया कि उसकी बहन मोनिका पत्नी रविन्द्र कुमार स्नातक पास है और नौकरी लगने का काफी प्रयत्न कर रही थी। जिसने बताया कि उसकी मौसी के लड़के शशीपाल ने मोनिका की सरकारी नौकरी अपने एक दोस्त संजीव उर्फ संजय के माध्यम से लगवाने की बात कही। जिसके बाद एक दिन मोनिका को नौकरी लगवाने के लिए संजीव उपरोक्त के पास लेकर जाया गया। जहां पर संजीव ने उनसे कहा कि उसका एक जानकार डायरेक्टर का पी.ए. है। जिसके बाद मोनिका को पी.ए. के पास लेकर जाया गया और पी.ए. ने भी आगे एक व्यक्ति कृष्ण से नौकरी के संबंध में बात की।

19 लाख 80 हजार रुपये की धोखाधड़ी की

जिसके बाद आरोपियों ने अपने अन्य साथियों को कोई बडा अधिकारी बताकर मोनिका के कागजात चैक करने के लिए कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी में बुलाया और मोनिका को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिया और उससे उसके असली कागजात ले लिये। आरोपियों ने इस बाबत माह अप्रैल व मई 2022 में शिकायतकर्ता से 15,50,000 रूप्ये ले लिए और फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिया। आरोपियों ने ज्वाइनिंग लेटर देने के बाद भी मोनिका को नौकरी नही दिलवाई और बार-बार उसे किसी अन्य विभाग में नौकरी लगवाने की बात कहकर टालने लगे। इसी प्रकार आरोपियों ने मोनिका के एक भांजे प्रज्जवल को नौकरी लगवाने के नाम पर 4,30,000 रूप्ये की धोखाधडी की गई। इस प्रकार आरोपियों ने कुल 19,80,000 रूप्ये की धोखाधडी की थी।

जिसके बाद शिकायतकर्ता को अपने साथ हुई धोखाधडी का पता लगा। इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ शिकायतकर्ता सचिन के ब्यान पर आरोपियों के खिलाफ नामजद थाना मधुबन में मुकदमा नंबर 218 दिनांक 20 जून 2022 धारा 420, 467, 468, 471, आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया।

मामले की आगामी तफ्तीश निरीक्षक मोहनलाल के नेतृत्व में कार्यरत सीआईए टू की टीम को सौंपी गई। तफ्तीश के दौरान एएसआई मनोज कुमार सीआईए टू की अध्यक्षता में टीम द्वारा कल दिनांक 21 जून को पांच आरोपियों 1. कृष्ण चंद पुत्र भरतूराम वासी गांव हाट थाना सफीदो जिला जींद 2. अनिल कुमार पुत्र पालाराम वासी अशोक विहार नजदीक शिव मंदिर मधुबन जिला करनाल 3. संजीव कुमार पुत्र रामेश्वर वासी गांव जौरोसी थाना समालखा जिला पानीपत 4. शशीपाल पुत्र जयनारायण वासी गली न0.4 शास्त्री नगर समालखा जिला पानीपत व 5. विरेन्द्र शर्मा पुत्र सुरेश कुमार वासी गली न0.6 नेहरू गार्डन कालोनी जिला कैथल को कल दिनांक 21 जून को करनाल रोड कैथल से गिरफ्तार किया गया। जांच में खुलास हुआ कि आरोपी शशीपाल का दोस्त आरोपी संजीव पंचकुला में बिजली विभाग में नौकरी करता है। जिसने आगे आरोपी कृृष्ण से सम्पर्क किया था।

फर्जी ज्वाइनिंग लैटर थमाया

आरोपी कृष्ण का दोस्त आरोपी अनिल है और आरोपी अनिल का दोस्त आरोपी विरेन्द्र शर्मा है। इस प्रकार आरोपियों ने एक गैंग बनाई हुई थी। आरोपी सरकारी नौकरी लगने के इच्छुक लोगों को नौकरी लगवाने का लालच देकर उनको झांसे में लेते हैं और लाखों रूप्ये की धोखाधडी कर सारे रूप्यों को आपस में बांट लेते हैं। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी विरेन्द्र शर्मा ने एक असली ज्वाइनिंग लेटर में एडिटिंग करके मोनिका के नाम का फर्जी ज्वाइनिंग लैटर तैयार किया था।

चार दिन की पुलिस रिमांड पर लिया

आरोपियों को आज अदालत में पेश करके चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी। आरोपियों केे कब्जे से धोखाधडी की रकम बरामद की जाएगी व अन्य मामलों में भी आरोपियों की संलिप्तता की जांच की जाएगी।


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