97 हजार की पेमेंट कर जमाया विश्वास, फिर व्यापारी से की सात लाख की धोखाधड़ी
गुजरात के सूरत के दो भाइयों ने बराना निवासी एक व्यापारी से लैगिग (महिला पैंट) के दो बार ऑर्डर मंगाए। विश्वास जमाने के लिए खाते में 97 हजार रुपये की पेमेंट भेज दी। बकाया सात लाख रुपये के लिए व्यापारी को टरकाते रहे। नौ महीने बाद भी आरोपितों ने सात लाख रुपये नहीं दिए।
जागरण संवाददाता, पानीपत : गुजरात के सूरत के दो भाइयों ने बराना निवासी एक व्यापारी से लैगिग (महिला पैंट) के दो बार ऑर्डर मंगाए। विश्वास जमाने के लिए खाते में 97 हजार रुपये की पेमेंट भेज दी। बकाया सात लाख रुपये के लिए व्यापारी को टरकाते रहे। नौ महीने बाद भी आरोपितों ने सात लाख रुपये नहीं दिए। व्यापारी की ओर से एसपी को शिकायत देने के बाद सिटी थाने में केस दर्ज किया गया है।
बराना के महीपाल त्यागी ने बताया कि उसने विकास नगर में लेडिज लैगिग व पैंट बनाने का काम कर रखा है। गत 12 फरवरी को अजय नामक व्यक्ति का फोन आया और उसने खुद का कुर्ती बनाने और बेचने का काम बताया। अजय और उसके भाई दिनेश की सूरत में जगदंबा ट्रेडर्स के नाम से फर्म है। वाट्सएप पर मिले ऑर्डर के हिसाब से महीपाल ने ऑर्डर भेज दिया। आरोपितों ने कोरियर किए गए तीन चेक के फोटो और कोरियर स्लिप वाट्सएप कर दी। कोरियर न आने पर महीपाल ने फोन किया। आरोपितों ने कोरियर लेट होने की बात कह उसके खाते में 97 हजार रुपये डलवा दिए। इसके बाद महीपाल ने आरोपितों पर विश्वास कर लिया और माल का दूसरा ऑर्डर भेज दिया। उसके रुपये भी आरोपितों ने कोरियर करने की बात कही, लेकिन चेक नहीं मिले। महीपाल तभी से आरोपितों को फोन कर रहा है, लेकिन आरोपित टरकाते रहे। व्यापारी ने बताया कि पहले ऑर्डर से तीन लाख और दूसरे ऑर्डर से चार लाख 15 हजार रुपये आरोपितों ने नहीं दिए। मार्च से टरका रही सिटी थाना पुलिस
महीपाल ने बताया कि वह मार्च से सिटी थाने में आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराने के लिए चक्कर काट रहा है। इंस्पेक्टर हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टरकाता रहा।