दो साल में डेढ़ गुना मुनाफा, ऐसा झांसा दे उद्यमी, बेटे और उसके दोस्त से डेढ़ करोड़ ठगेे
कंपनी में साझीदार बनाने और दो साल में रुपया डेढ़ गुना करने का झांसा देकर बैंगलुरु के पिता-पुत्री ने 1 करोड़ 55 लाख 22 हजार रुपये की ठगी कर ली।
पानीपत, जेएनएन। सिमर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के मालिक, उनके बेटे और बेटे के दोस्त को माइ¨नग कंपनी में साझीदार बनाने और दो साल में रुपया डेढ़ गुना करने का झांसा देकर बेंगलुरु के पिता-पुत्री ने एक करोड़ 55 लाख 22 हजार रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित के घर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपित की तस्वीर भी है। आशंका जताई है कि दोनों आरोपित विदेश भाग सकते हैं।
सिमर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड मॉडल टाउन विराट नगर के जसविंद्र सिंह ने बताया कि वह पहले कर्नाटक के रायचुर में इंजीनियर था। तभी से बैंगलुरु के अशोक नगर के वेंकट अशोक कुमार रेड्डी से दोस्ती है। दस साल से वेंकट और उसकी बेटी मेघना तंजानिया (अफ्रीका) में माइ¨नग का काम कर रहे हैं। 21 मार्च 2018 को वेंकट उसके घर आया। यहां पांच-छह दिन रहा।
वेंकट ने झांसा दिया कि उसकी फर्म में जितना रुपया लगाया जाएगा दो साल में डेढ़ गुना करके दे दिया जाएगा। परिवार व रिश्तेदारों का रुपया भी निवेश करा दे। वेंकट ने उसके बेटे अमनदीप व अमनदीप के दोस्त तामशाबाद के किसान रणपाल सिंह राणा को विश्वास दिलाया कि आपकी रकम एफडी की तरह सुरक्षित रहेगी। दोनों जिम्बाब्वे की माइनिंग में भी निवेश करें।
झांसा दिया कि दुबई में नई ग्रेट डेक मिनरल एंड माइनिंग कंपनी शुरू करेंगे। इसमें वे 33 प्रतिशत शेयर के मालिक होंगे। इसमें उसका 45 प्रतिशत और बेटी मेघना का 22 प्रतिशत हिस्सा होगा। इसी कपंनी की जिम्बाब्वे में शाखा भी चालू करेंगे। बहकावे में आकर उसने एक करोड़ रुपये आरोपित के खाते में जमा करा दिए। इसी तरह से रणपाल सिंह ने 27 अगस्त से 17 सितंबर 2018 तक 20 लाख 22 हजार रुपये आरटीजीएस से खाते में भेज दिए। रणपाल ने 35 लाख रुपये मेघना रेड्डी को नकद दिए। आरोपितों ने उनसे कोरे कागज भी साइन करा लिए।
नवंबर 2019 में उन्हें पता चला कि आरोपितों ने नई कंपनी व बैंक खाता खोलने के संबंध में साइन करवा कर फर्जी दस्तावेज तैयार करके धोखाधड़ी कर ली है। उसके बेटे व रणपाल राणा को कंपनी में डायरेक्टर नहीं बनाया है। आरोपित वेंकट ने उसे धमकी दी कि वे विदेश में जाकर बस जाएगा। उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे।
लुक आउट नोटिस जारी करें
जसविंद्र सिंह ने बताया कि उसकी कपंनी रिफाइनरी व बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ काम कर रही है। तीन हजार लोग उनसे जुड़े हैं। वेंकट के साथ उसकी पुरानी दोस्ती है। अन्य दोस्तों ने बताया था कि वेंकट ने काफी रुपये कमा लिये हैं। इसी विश्वास की वजह से उसने, बेटे व बेटे के दोस्त ने वेंटक के पास रुपये निवेश किए। एसपी से उसकी गुहार है कि वेंकट व मेघना रेड्डी के खिलाफ लुट आउट नोटिस करके रेड कार्नर आदेश के तहत दोनों के पासपोर्ट जब्त किए जाएं।
ठगी से बच गए रिश्तेदार
जसविंद्र ने बताया कि वेंकट के कहने पर उसने कई रिश्तेदारों को भी निवेश करने को बोला था। शुक्र है कि रिश्तेदारों ने उसकी बात नहीं मानी। जस¨वद्र ने आरोप लगाया कि वेंकट के खिलाफ कर्नाटक में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। बैंकों से भी उसने करोड़ों रुपये का लोन ले रखा है, जो कि चुकता नहीं किया है।
जसविंद्र सिंह ने एसपी को शिकायत दी थी। डीए (डिस्टिक अटार्नी) की सलाह पर वेंकट व मेघना के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
इंस्पेक्टर सुनील कुमार, प्रभारी, थाना मॉडल टाउन