हरियाणा के डिप्टी सीएम के जीजा से धोखाधड़ी, जानिए क्या है पूरा मामला
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के जीजा देवेंद्र कादियान से धोखाधड़ी हुई। देवेंद्र कादियान से 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के बालू खदान मालिक पिता-पुत्र पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही।
पानीपत, जेएनएन। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के जीजा और विधानसभा के पूर्व स्पीकर स्वर्गीय सतबीर कादियान के बेटे देवेंद्र कादियान से धोखाधड़ी हुई। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के पिता-पुत्र ने 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली।
पीड़ित का आरोप है कि पिता-पुत्र ने दिल्ली के वसंतकुज में न तो जमीन की रजिस्ट्री कराई और न ही रुपये लौटाए। आरोपित का कहना है कि देवेंद्र कादियान ने उनके साथ उत्तर प्रदेश के बागपत में बालू खदान में हिस्सेदारी की थी। खदान में घाटा हो गया। जमीन बिक्री का मामला नहीं है। उन पर गलत केस दर्ज कराया गया है। सेक्टर-29 थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।
जननायक जनता पार्टी की टिकट पर पानीपत ग्रामीण से चुनाव लड़ चुके देवेंद्र कादियान ने आर्थिक अपराध शाखा को शिकायत दी कि वह सिवाह गांव के पास स्थित डीएस इंफ्रा के मालिक हैं। यहां जसपाल उनके प्रबंधक हैं। मध्यप्रदेश के जिला होशंगाबाद के नेहरू वार्ड-13 पिपरिया के अजीत सिंह और उनके बेटे रसमीत सिंह मल्होत्रा उनके प्रबंधक जसपाल के परिचित हैं। पिता-पुत्र दिल्ली के वसंतकुंज में अपनी जमीन बताकर उसे बेचने की इच्छा जाहिर की। देवेंद्र कादियान ने जमीन देखने के बाद जमीन के दो टुकड़ों का सौदा दो करोड़ रुपए में तय कर लिया।
देवेंद्र ने मई 2018 से जुलाई 2018 के बीच पिता-पुत्र के हिस्सेदारी फर्म के खाते में पांच बार में दो करोड़ रुपये आरटीजीएस कराए। आरोप है कि पिता-पुत्र ने उनके नाम जमीन की रजिस्ट्री नहीं की। बार-बार रुपये लौटाने को कहा गया। आरोपितों ने जनवरी 2021 से मार्च 2021 तक उन्हें पांच बार में 1.25 करोड़ रुपए वापस किए। बकाया 75 लाख रुपये नहीं लौटाए। रुपये मांगने पर आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी।
लाकडाउन में घाटा हो गया, जमीन बिक्री का नहीं है मामला
रसमीत सिंह ने बताया कि उनका बालू खदान का काम है। उन्होंने दावा किया कि देवेंद्र कादियान उनके साथ हिस्सेदारी करना चाहते थे। उन्होंने उत्तर-प्रदेश के जिला बागपत के साकरोद में बालू खदान में हिस्सेदारी की। इसमें धंधे में दो करोड़ रुपए खर्च हुए। कोरोना महामारी और फिर लॉकडाउन के कारण काम में घाटा हो गया।
खदान से 1.25 करोड़ रुपए तो वापस हो गए। 75 लाख रुपये का घोटा हो गया। उनकी दिल्ली के बसंतकुंज में जमीन नहीं है। न ही देवेंद्र कादियान के साथ जमीन की रजिस्ट्री करवाने की बात हुई है।आरोप है कि देवेंद्र ने खदान के घाटे को जमीन की धोखाधड़ी बताकर गलत केस दर्ज कराया है। उनके पास देवेंद्र की कॉल रिकॉर्डिंग के साथ अन्य सुबूत हैं। ये सुबूत पुलिस को पेश किए जाएंगे।
मामले की जांच शुरू कर दी है
सेक्टर-29 थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच पहले आर्थिक अपराध शाखा प्रभारी इंस्पेक्टर बलराज ने की है। अब आरोपित अजित सिंह मल्होत्रा और बेटे रसमीत के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। मामले की जांच शुरू कर दी है।
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