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हरियाणा में वाहनों के रजिस्‍ट्रेशन में फर्जीवाड़ा, 22 साल पुराने वाहनों को दौड़ा रहे सरपट, 11 पर केस

एसडीएम कार्यालय इंद्री में वाहनों के रजिस्ट्रेशन का फर्जीवाड़ा सामने आया है। 22 पुराने वाहनों का फर्जी नाम व पते के आधार पर नए वाहन के तौर पर कर दिया रजिस्ट्रेशन। एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों व हरियाणा रोडवेज के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर ने मिलीभगत कर किया फर्जीवाड़ा।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 02:47 PM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 02:47 PM (IST)
हरियाणा में वाहनों के रजिस्‍ट्रेशन में फर्जीवाड़ा, 22 साल पुराने वाहनों को दौड़ा रहे सरपट, 11 पर केस
करनाल में वाहनों के रजिस्‍ट्रेशन में फर्जीवाड़ा।

करनाल, जेएनएन। एसडीएम कार्यालय इंद्री में वाहनों के रजिस्ट्रेशन का फर्जीवाड़ा सामने आया है। एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों ने हरियाणा रोडवेज के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर से मिलीभगत कर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया, जिसके तहत 22 पुराने वाहनों का रजिस्ट्रेशन नए वाहनों के तौर पर कर दिया गया। साल 2019 में किए गए इस फर्जीवाड़े का रहस्योद्वाटन होने पर अब एसडीएम कार्यालय व रोडवेज विभाग में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने कई आरोपित कर्मचारियों सहित 11 लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया है। इतने बड़े फर्जीवाड़े की एसडीएम को भनक तक नहीं लगी, ऐसे में उनपर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं।

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जानकारी के मुताबिक आरोपित कर्मचारियों ने 22 ऐसे वाहनों के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नए वाहनों के तौर पर रजिस्ट्रेशन कर दिए, जो चार से पांच साल तक पुराने हो चुके थे। इन वाहनों में से कई के दस्तावेज ऐसे नाम व पते के आधार पर तैयार किए गए, जो है ही नहीं। कईं वाहनों के दस्तावेजों में शपथ पत्र भी खाली ही फाइल में लगा दिए गए। किसी अज्ञात व्यक्ति ने फर्जीवाड़े की भनक ट्रांसपोर्ट कमीश्नर तक दी तो संदेह के आधार पर जांच शुरु हुई। यहां तक कि एसडीएम को पत्र जारी कर संदेहजनक 22 वाहनों की जांच करने के निर्देश दिए गए।

एसडीएम ने जांच की तो वहीं सभी संबंधित वाहनों की रजिस्ट्रेशन फाइल डिटेक्टिव स्टाफ को सौंपी गई। फाइलों को देख डिटेक्टिव स्टाफ हैरान रह गया। अनेकों फाइलों में जो वाहन मालिकों के नाम व पते दर्शाए गए, वे इंद्री नगर पालिका के रिकार्ड में ही नहीं मिले।  अनेकों दस्तावेज पूरी तरह से खाली ही मिले। अब इस जांच रिपोर्ट के आधार पर इंद्री पुलिस थाना में हरियाणा रोडवेज के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर अनिल कुमार सहित 11 आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों में कृष्ण कुमार, रविंद्र, प्रदीप, कुलदीप, संदीप, जगदीश, उमेश भारती, सन्नी, लक्ष्मण, हरमेंद्र शामिल है।

बड़े स्तर पर भी हो सकता है फर्जीवाड़ा : हरजिंद्र

डिटेक्टिव स्टाफ इंचार्ज हरजिंद्र सिंह का कहना है कि अभी संदेहजनक 22 वाहनों के दस्तावेजों की ही जांच की गई, जिनके फर्जी रजिस्ट्रेशन पाए गए है। इस फर्जीवाड़े में एसडीएम कार्यालय के संबंधित कर्मचारी व हरियाणा रोडवेज विभाग के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर की मिलीभगत सामने आई है। अभी भी मामले की जांच की जा रही है। बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

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