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प्राथमिक कृषि सहकारी समिति में हेराफेरी, लाखों के घोटाले का आरोप

कृषि सहकारी समिति के सदस्यों के खातों में धोखाधड़ी सामने आई है। लाखों के घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है। खाते चैक कराने रोजाना समिति के सदस्य पहुंच रहे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 01:53 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 01:53 PM (IST)
प्राथमिक कृषि सहकारी समिति में हेराफेरी, लाखों के घोटाले का आरोप
प्राथमिक कृषि सहकारी समिति में हेराफेरी, लाखों के घोटाले का आरोप

पानीपत/करनाल, जेएनएन। द गगसीना प्राथमिक कृषि सहकारी समिति में सदस्यों के खातों में हेराफेरी कर लाखों रुपयों का घोटाला किए का मामला सामने आया है।  पैक्स के घोटाले का पता चलने के बाद समिति के सदस्य अपने खाते चेक करवाने पहुंच रहे हैं। घोटाले के शिकार बने लोगों ने समिति के कर्मचारियों पर जालसाजी और गबन करके लाखों रुपए डकारने का आरोप लगाया है। 

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सहकारी समिति के सदस्यों का आरोप है कि कर्मचारियों ने मिलीभगत करके सैकड़ों किसानों से धोखाधड़ी की है। किसानों के खातों में जितना ऋण दिखाया जा रहा है, वास्तव में उतना लोन मिला नहीं। समिति कर्मचारियों ने फर्जी तरीके से लोन लिमिट बढ़ाया और लाखों रुपये डकार लिए। करीब एक माह पहले पद संभालने वाले समिति इंचार्ज दया राम ने बताया कि रोजाना समिति के सदस्य अपने खाते की जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। किसानों के खातों में ऋण है लेकिन सदस्यों का कहना है कि उनके एकाउंट में दर्शाए जा रही राशि उन्होंने समिति से ली ही नहीं। 

गांव गगसीना निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि हरियाणा रोडवेज से रिटायर हैं और सहकारी समिति के सदस्य हैं। पैक्स में खाता नम्बर 926 है, उसने कभी सहकारी समिति से ऋण नहीं लिया। लेकिन एकाउंट में 56 हजार का लोन है। आरोप है कि कर्मचारियों ने मिलीभगत से 56 हजार रुपये डकार लिए। किसान बलबीर का सहकारी समिति में खाता नम्बर 839 है, उनकी लोन लिमिट एक लाख 12 हजार रुपये थी।

आरोप है कि समिति के कर्मचारियों ने गुपचुप तरीके से लोन लिमिट बढाकर एक लाख 35 हजार रुपये कर दी लेकिन 23 हजार रुपये किसान को नहीं दिए। जब बलबीर सिंह अपना ऋण चुकता करने बैंक पंहुचा तो उसे मालूम हुआ कि लोन लिमिट बढ़ चुकी है। किसान रमेश कुमार का एकाउंट नम्बर 1177 है। रमेश ने सहकारी समिति से गेंहू के सीजन में छह कट्टे डीएपी खाद लिया था। किसान का आरोप है कि समिति कर्मचारी ने छह कट्टों की रसीद को दो दफा उसके खाते में चढ़ा दिया। गगसीना निवासी राजेन्द्र कुमार ने बताया कि पैक्स में उसकी ऋण लिमिट 75 हजार रुपये थी। कर्मचारियों ने बिना उसे सूचना दिए उसके खाता संख्या 1484 की लोन लिमिट बढाकर नब्बे हजार कर दी और खाते से 15 हजार रुपये निकाल लिए। 

समिति से जुड़े काफी किसानों की तरफ पिछला ऋण बकाया है। 60-70 समिति सदस्य धोखाधड़ी की शिकायत लेकर आ चुके हैं। इतने सदस्यों के साथ धोखाधड़ी कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना नहीं हो सकती। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में पूरा मामला लाया गया है।

-दया राम, इंचार्ज दी गगसीना प्राथमिक कृषि सहकारी समिति

दी गगसीना प्राथमिक कृषि सहकारी समिति की तरफ भुगतान बकाया है, इस बारे में पत्र लिखा गया है। किसानों का लेनदेन सहकारी समिति के माध्यम से होता है, कुछ लोगों ने खातों में गड़बड़ी की शिकायत की है। पैक्स से लेनदेन की जांच के बाद ही मालूम होगा कि गड़बड़ी में किन कर्मचारियों की संलिप्तता है?

-तेजबीर संधू प्रबन्धक को-ओपरेटिव बैंक, मुनक


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