सात सूत्रीय मांगों को लेकर चौदह कर्मचारी हड़ताल पर अडिग
बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन, हरियाणा के आह्वान पर सात सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल बीसवें दिन शनिवार को भी जारी रही। हालांकि, एस्मा के डर और आपसी फूट के चलते हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की संख्या 132 से घटकर मात्र 14 रह गई है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन, हरियाणा के आह्वान पर सात सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल बीसवें दिन शनिवार को भी जारी रही। हालांकि, एस्मा के डर और आपसी फूट के चलते हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की संख्या 132 से घटकर मात्र 14 रह गई है।
सीटू कार्यालय में धरने की अध्यक्षता कर रहे एसोसिएशन के जिला प्रधान सतबीर ने बताया कि उनकी मांगें वर्ष 2017 में स्वीकार कर ली गई थी। समझौता होने के बावजूद अधिसूचना जारी नहीं की गई, इस कारण अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा। शांतिपूर्वक हड़ताल करना और धरना देना कर्मचारियों का मौलिक अधिकार है। सरकार ने 31 अगस्त को एस्मा एक्ट लगा दिया।
कार्यवाहक सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा ने 100 नामजद सहित 173 के खिलाफ सिटी थाने में मुकदमा दर्ज कराया। 33 कर्मचारियों को गिरफ्तार भी किया गया था। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा की डायरेक्टर अमनीत पी. कुमार ने 32 एएनएम बर्खास्त कर दिया। सरकार की दमनकारी नीति से डरकर आंदोलन कर रहे कर्मचारी ड्यूटी पर लौटने को विवश हो गए। सतवीर ने बताया कि अस्पताल की चारदीवारी के बाहर 200 मीटर की दूरी पर धरने की सूचना डीसी-एसपी कार्यालय में दी गई है। सोमवार को धरना शुरू होगा। 18 सितंबर को सर्व कर्मचारी महासंघ के बैनर पर कर्मचारी जेल भरो आंदोलन करेंगे। इस मौके पर जगमति, रणधीर मोर, संतरो, संदीप, राकेश, पवन, सुखचैन, कृष्ण, सावित्री, अनिता, सुमन और मुकेश कुमारी आदि मौजूद रहे।
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चौदह कर्मचारियों द्वारा हड़ताल करने से स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा। दस नए एमपीएचडब्ल्यू ज्वाइन कर चुके हैं। हड़ताल पर अडिग कर्मचारियों की सूची उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।
डॉ. नवीन सुनेजा, कार्यवाहक सिविल सर्जन