Panipat में एक ही परिवार के चार लोग झुलसे, सिलेंडर से गैस लीक होने से हुआ हादसा
पानीपत में एक ही परिवारा के चार लोग बुरी तरह से झुलस गए। सभी को पीजीआइ रेफर कर दिया गया है। आग लगने की वजह से सिलेंडर में लीकेज बताया जा रहा है।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत के सिद्धार्थनगर में झुलसने से बच्ची सहित परिवार के चार लोग बुरी तरह से झुलस गए। शोर सुनकर आसपास के लोग एकजुट हुए और किसी तरह से आग बुझाकर बाहर निकाला। इसके बाद सभी को सिविल अस्पताल भेजा गया, जहां से उन्हें पीजीआइ रेफर कर दिया गया।
सिद्धार्थ नगर में सोमवार सुबह कमरे में बने मंदिर में जैसे ही जोत जलाई, उसी समय लीक सिलेंडर की वजह से आग लग गई। एकाएक भड़की आग से सास-बहू, बेटी और जेठ जल गए। सास 67 प्रतिशत व बहू की 60 प्रतिशत तक हालत गंभीर बनी हुई है। पड़ोसियों ने सिलेंडर को घर से बाहर फेंका। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
घटना सुबह करीब नौ बजे की है। उत्तराखंड के जिला नैनीताल के तरवड़ा गांव की देवकी ने बताया कि वह पति 35 वर्षीय कुंदन और दो बेटों के साथ सिद्धार्थ नगर में रहती है। पति फैक्ट्री में काम करते हैं। उसके साथ लगते कमरे में देवर कुबेर परिवार सहित रहते हैं। देवर फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के लिए चले गए थे। पति कुंदन दुकान से दूध की थैली लेकर देवर के कमरे में गए थे। वहां पर सास 53 वर्षीय रेखा ने कमरे में बने मंदिर में दीपक जलाया। इससे लीक सिलेंडर की गैस ने आग पकड़ ली।
सारे कमरे में आग फैल गई। इसकी चपेट में आकर सास रेखा, देवरानी 26 वर्षीय गीता, देवर की बेटी चार वर्षीय ज्योति झुलस गई। पड़ोसी विनोद, मकान मालिक भीम सिंह और रवि ने रेत डालकर आग को बुझाया और सिलेंडर को घर से बाहर खाली प्लाट में फेंक दिया। घायलों को विनोद ने कार से सामान्य अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया। कुंदन 20 और ज्योति 32 प्रतिशत झुलसी हुई है।
दो बेटियां झुलसने से बची
कुबेर की बड़ी बेटी छह वर्षीय अर्पिता और छोटी बेटी ढाई वर्षीय मिष्टी घर के बाहर खेल रही थी। इसे वजह से वे आग की चपेट में आने से बच गई। मॉडल टाउन थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि आग से घर का सामान चलने से बच गया है। मामले की जांच की जा रही है।
बच्चों के विवाद में दो भाइयों व मां पर चाकू से हमला
ईदगाह कॉलोनी के मोहनलाल की पत्नी गीता ने पुलिस को शिकायत दी कि शनिवार रात 8:30 बजे पड़ोसी पूनम के बेटे के साथ खेलते हुए उसके बेटे की कहासुनी हो गई थी। पति मोहनलाल गली में पूनम को समझा रहे थे। इसी दौरान पूनम ने बेटी आंचल स्वजन सौरव, गौरव, कैलाश, प्रवीन और मनीष के साथ मिलकर पति पर चाकू, डंडों व सरियों से हमला कर दिया। बीच-बचाव के लिए आई उनकी सास ओमपति व देवर सोनू को भी पीटा। पिटाई से उनके पति बेहोश हो गए। आरोपित हथियार लहराते हुए फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल पति को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया।
अस्पताल की पहली मंजिल से गिरा रिफाइनरी कर्मी,मौत
बस अड्डा चौकी के एएसआइ राजकुमार ने बताया कि असम के सुरेश जोसेफ(54) सात महीने से रिफाइनरी टाउनशिप में रह रहे थे। 3 मार्च को सुरेश ठोकर लगकर जमीन पर गिरे और सिर में चोट लग गई। रात 1:30 बजे उन्हें प्रेम अस्पताल में कमरा नंबर 103 में भर्ती कराया। शनिवार रात आठ बजे नर्स दवा लेने चली गई। सुरेश संदिग्ध परिस्थितियों में पहली मंजिल से नीचे गिर गए। ऑपरेशन के दौरान रविवार अलसुबह 3:30 बजे उनकी मौत हो गई। सुरेश जोसफ सीनियर मेटेरियल ऑफिसर रिफाइनरी टाउनशिप में नर्मदा हॉस्टल में रहते थे। उनकी दो बेटियां और पत्नी हैं। जोसफ पिछले वर्ष असम रिफाइनरी से ट्रांसफर होकर पानीपत रिफाइनरी आए थे।
हादसे में बाइक सवार की मौत
रामलाल चौक पर शनिवार रात को अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार व्यक्ति की मौत हो गई। घटना रात 8:30 बजे की है। वार्ड-10 पठान मोहल्ला सनौली रोड के विशाल ने बताया कि उन्होंने काबड़ी रोड कुलदीप नगर में दुकान किराये पर दे रखी थी। शाम को पिता कर्मबीर(48) घर से बाइक से दुकान पर जाने की बात कहकर निकले थे। इसी दौरान एक व्यक्ति ने कॉल कर बताया कि उसके पिता रामलाल चौक पर सड़क हादसे में घायल हो गए है। वह मौके पर गया और पिता को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। कर्मबीर छह भाई और तीन बहनों में दूसरे नंबर का था। उसके परिवार में तीन बच्चे हैं।
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