चार दिन बाद हड़ताल खत्म, आधे दिन में ही 2790 क्विटल गेहूं की खरीद
ई ट्रेडिग के विरोध में आढ़तियों की हड़ताल चौथे दिन शनिवार को खत्म हो गई। दोपहर बाद हैफेड ने 2790 क्विटल गेहूं की खरीद की। वहीं खरीद शुरू होने से पिछले कई कई दिन से मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसानों ने भी राहत की सांस ली।
जागरण संवाददाता, समालखा: ई ट्रेडिग के विरोध में आढ़तियों की हड़ताल चौथे दिन शनिवार को खत्म हो गई। दोपहर बाद हैफेड ने 2790 क्विटल गेहूं की खरीद की। वहीं खरीद शुरू होने से पिछले कई कई दिन से मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसानों ने भी राहत की सांस ली।
शनिवार को दोपहर बाद जैसे ही हड़ताल खत्म हुई तो आढ़ती व किसान फसल को बेचने के लिए राजी हुए। तब जाकर खरीद हो सकी। मार्केट कमेटी सचिव पवन कुमार ने बताया कि मंडी में खाद्य एवं आपूर्ति, हैफेड व हरियाणा स्टेट वेयर हाउस द्वारा गेहूं की खरीद की जा रही है। शनिवार को आढ़तियों द्वारा हड़ताल खत्म करने के बाद हैफेड ने 2790 क्विटल गेहूं की खरीद की गई। उन्होंने बताया कि गेहूं की आवक दिनों दिन अब बढ़ती जाएगी। परंतु किसान जल्दबाजी में नमी वाली फसल न लेकर आए। जिससे खरीद में दिक्कत होगी। फसल को सुखाकर लाए, ताकि आते ही खरीद हो सके। आठ लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं आवक की संभावना
कमेटी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2017 में 7 लाख 3 हजार 305 क्विटल व 2018 में 7 लाख 95 हजार क्विटल गेहूं की आवक हुई थी। इससे कमेटी को करोड़ों की मार्केट फीस मिली थी। इस साल कमेटी को आठ लाख क्विटल से ज्यादा गेंहू की आवक होने की संभावना है। वहीं गेहूं का समर्थन मूल्य भी बढ़कर 1840 रुपये हो गया है। आढ़ती के खाते में जाएगा पैसा
कमेटी सचिव ने बताया कि कांटे पर मैनुअल रसीद काटी जा रही है। वहीं जे व आई फार्म का काम भी मैनुअल ही होगा। वहीं फसल खरीद का पैसा सीधे आढ़ती के खाते में पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीजन के समय आढ़ती व किसान के सामने किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।