नहीं देखी होगी ऐसी शादी, बरात के स्वागत से लेकर फेरे तक दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश Panipat News
पर्यावरण संरक्षण को बेटी की शादी में बरातियों को पौधे दिए गए। बरात के स्वागत से लेकर फेरे तक हर रस्म में पौधे भेंट किए गए।
पानीपत, जेएनएन। क्षेत्र के गांव मच्छरौली के रहने वाले चांद रूहल ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर अनूठी पहल करते हुए बेटी की शादी में आए मेहमानों के साथ-साथ 251 बरातियों को उपहारस्वरूप पौधे (एरिका पाम) दिए।
चांद रूहल की बेटी मीनू का रिश्ता लाखु बुआना के रामकुमार मलिक के बेटे जगबीर के साथ तय हुआ था। बृहस्पतिवार को बरात पहुंची। उन्होंने बेटी की शादी को यादगार बनाने के साथ पर्यावरण संरक्षण के तहत पौधे वितरित करने का फैसला लिया।
पर्यावरण संरक्षण हम सब की जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण की स्थिति ङ्क्षचताजनक है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी बनती है। इसी मकसद के साथ उन्होंने बेटी की शादी में मेहमानों और बरातियों को पौधे वितरित करने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि हर परिवार इस तरह की परंपराओं को अपनाता है तो पर्यावरण को स्वच्छ बनाया जा सकता है।
वर पक्ष भी खुश
चांद रूहल ने बेटी की शादी बड़े ही सादे अंदाज में की। उसने बरात के स्वागत से लेकर फेरों तक की सभी रस्मों को पौधे देकर पूरा किया। इसके अलावा बेटी के विदा होने के दौरान दूल्हे से लेकर सभी बरातियों को भी पौधे वितरित किए। दूल्हे के पिता रामकुमार मलिक ने कहा कि बेटे की शादी में उनके समधी ने जिस तरह पौधों से स्वागत से लेकर सभी रस्में पूरी की, बहुत अच्छा लगा। ये पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक अच्छा संदेश है और बेटे की शादी भी यादगार रहेगी।
यह है पौधे की खासियत
एरिका पाम हवा को शुद्ध करता है। यह हवा से जाइलीन, टोलून, टॉक्सिक, कार्बन व कार्बन मोनोऑक्साइड को सोखकर हवा को साफ कर देता है। ये 1.8 मीटर का पौधा 24 घंटे में हवा में 1 लीटर पानी छोड़ता है। यह हवा में नमी बनाए रखता है। इससे गर्मी में ठंडक और ताजगी भी बनी रहती है। इसकी खासियत है कि यह पौधा रात में भी कार्बन मोनोऑक्साइड को ऑक्सीजन में तब्दील करता है।