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एमसीएच के लिए 13 महीने पहले 20 करोड़ की सैद्धांतिक मंजूरी, नहीं मिली फूटी कौड़ी

प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल परिसर में मदर एंड चाइल्ड हेल्थ केयर(एमसीएच)विग निर्माण के लिए 30 अक्टूबर 2018 को 20 करोड़ रुपये कर सैद्धांतिक मंजूरी दी की। 13 माह बीतने पर भी खाते में फूटी कौड़ी नहीं आई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 09:08 AM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 09:08 AM (IST)
एमसीएच के लिए 13 महीने पहले 20 करोड़ की सैद्धांतिक मंजूरी, नहीं मिली फूटी कौड़ी
एमसीएच के लिए 13 महीने पहले 20 करोड़ की सैद्धांतिक मंजूरी, नहीं मिली फूटी कौड़ी

जागरण संवाददाता, पानीपत :

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प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल परिसर में मदर एंड चाइल्ड हेल्थ केयर(एमसीएच)विग निर्माण के लिए 30 अक्टूबर 2018 को 20 करोड़ रुपये कर सैद्धांतिक मंजूरी दी की। 13 माह बीतने पर भी खाते में फूटी कौड़ी नहीं आई है।

एमसीएच विग का निर्माण अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त कर, कराया जाना है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस(आठ मार्च 2019)को पुन: विग निर्माण की घोषणा की थी। पीडब्ल्यूडी के एसडीई एसपी सिगला, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक जैन, डिप्टी एमएस डॉ. अमित पोड़िया आदि करीब छह माह पूर्व बिल्डिंग का एरिया नाप चुके हैं। यह करीब 23 हजार 425 फीट में बनी हुई है, विग के लिए पर्याप्त जगह बताई गई थी।

विग का नक्शा चीफ आर्किटेक्ट कार्यालय भेजा गया था, अभी तक फाइनल नहीं हुआ है। नतीजा, अस्पताल की नई बिल्डिंग में एएनसी(प्रसव पूर्व देखभाल), पीएनसी (प्रसवकालीन देखभाल) कक्ष बनाकर काम चलाया जा रहा है। एनआरसी होगा नई बिल्डिंग में शिफ्ट :

सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में खुला एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए तृतीय तल पर एरिया चिह्नित होना है। बता दें कि फिलहाल एनआरसी ओपीडी के टाइम टेबल के अनुसार खुलता है। नई बिल्डिंग में इसे सप्ताह के सातों दिन चौबीस घंटे ओपन रखने की प्लानिग है। वर्जन :

अत्याधुनिक एमसीएच विग बड़ी जरूरत है।पुरानी बिल्डिंग लगभग खाली कर दी गई है। एनआरसी के लिए भी नई बिल्डिंग में जगह देखी जा रही है। मुख्यमंत्री की घोषणा है तो विग बननी निश्चित है।

डॉ. आलोक जैन, चिकित्सा अधीक्षक।


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