Weather alert - 13 दिसंबर तक पड़ेगा कोहरा, सावधानी से बाहर निकलें
न्यूनतम तापमान गिरकर 6.0 डिग्री तक पहुंचा, सूरज ढलते ही बढ़ जाती है ठिठुरन। ज्यादा ठंडे माहौल में जाने से बचें। यदि ठंड में बाहर निकलें तो अच्छी तरह से ऊनी वस्त्र पहनकर निकलें।
पानीपत, जेएनएन । दिसंबर का दूसरे सप्ताह की शुरुआत ठिठुरन भरे मौसम से हुई। अब ये सर्द मौसम और ज्यादा कंपकंपाएगा। रात का न्यूनतम तापमान गिरकर 6.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम ने आज करवट ले ली है। 13 दिसंबर को लगातार तीन दिन सुबह के समय कोहरा पड़ने की संभावना है। ऐसे में यदि आप सुबह के समय बाहर जाने का प्लान कर रहे हैं तो सतर्क रहिये।
मौसम की परिस्थितियों देखकर ही बाहर निकलें। सड़क पर अक्सर धुंध में दृश्यता कम होने के कारण ही वाहन भिड़ जाते हैं। इस कारण बड़ा मानवीय नुकसान होता है। मौसम विभाग ने इन दिनों में दृश्यता भी 15 से 20 मीटर रहने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान भी गिरावट के साथ 6.0 डिग्री सेल्सियस तक आ गया है। सुबह के समय नमी की मात्रा 100 फीसदी दर्ज की गई जो शाम को घटकर महज 41 फीसदी रह गई। हवा 2.3 किलोमीटर प्रतिघंटा की औसत रफ्तार से चली। केंद्रीय मृदा लवणता अनुंसधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में मौसम साफ रहेगा, लेकिन 11 को क्षेत्र में धुंध छा सकती है।
बढ़ती ठंड में हृदय रोगियों के लिए पांच विशेष सावधानियां
- ज्यादा ठंडे माहौल में जाने से बचें। यदि ठंड में बाहर निकलें तो अच्छी तरह से ऊनी वस्त्र पहनकर और सिर में भी टोपी आदि लगाकर निकलें, ताकि शरीर में गर्माहट बनी रहे और रक्तवाहिनियों में सिकुडऩ ना हो।
- अधिक वसा युक्त चीजें खाना और सिगरेट, शराब आदि का सेवन बिल्कुल न करें। इससे रक्तवाहिनियां संकरी हो सकती हैं और हृदय तक सही रक्तसंचार में समस्या आ सकती है। इसके अलावा दबाव भी बन सकता है।
- सुबह-शाम 3-4 किमी सैर जरूर करें। लेकिन मौसम का ध्यान रखकर। इससे न केवल रक्तसंचार बेहतर होगा, बल्कि शरीर में गर्माहट बनी रहेगी और वसा का जमाव भी नहीं होगा, जो खतरनाक साबित होता है।
- नमक का सेवन कम करें। मक्खन व घी का प्रयोग भी सीमित मात्रा में करें। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना और वसा के जमाव का रोकना आपके लिए बेहद जरूरी है।
- तनाव लेने से बचें। गुनगुनी धूप का आनंद लें लेकिन सिर को अधिक तपने न दें। अधिक ठंड बढऩे पर ताप सेंके मगर कुछ दूरी से।