यमुना नदी से सटे इलाके में नाला टूटा, मची अफरातफरी, लोगों ने भागकर बचाई जान
करनाल में यमुना नदी से सटे इलाके में नाला टूट गया। नाले के पानी की वजह से खेत खलिहान के साथ खान में पानी भरने लगा। इससे खान में मौजूद लोगों ने भागकर मचाई जान।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। करनाल के घरौंडा क्षेत्र में अचानक गन्दा नाले का एक किनारा टूटने से यमुना नदी से सटे इलाके में अफरातफरी मच गई। इस दौरान देखते ही पानी का सैलाब रेत की खान में जा , जिससे कई वाहन करीब 15 फुट गहरे पानी में डूब गए। इस दौरान मचे हड़कंप के बीच करीब तीस लोगों ने भागकर जैसे-तैसे जान बचाई। वहीं, आसपास दर्जनों एकड़ भूमि पर खड़ी धान और गन्ने की फसल भी पानी भरने के कारण बर्बाद हो गई। पूरे घटनाक्रम की सूचना देने के बावजूद मौके पर प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे, जिसे लेकर लोगों में खासा रोष नजर आया।
बताया जा रहा है कि क्षेत्र में यमुना नदी की ओर से करनाल की दिशा से आ रहे गंदे नाली में कुछ समय से पानी लगातार ओवर फ्लो चल रहा था लेकिन इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया। सोमवार सुबह गांव बहलोलपुर के पास अचानक इस नाले का एक किनारा अचानक टूट गया। इसी के साथ नाले से निकला पानी आसपास के खेतों में खड़ी खान से लेकर कुछ ही दूर स्थित रेत की खान तक पहुंच गया।
इससे पहले कि मौके पर पहुंचे किसान और खान में मौजूद कर्मचारी कुछ संभल पाते, खान क्षेत्र में भी देखते ही देखते ही करीब 10-15 फुट तक पानी भर गया। ऐसे में चारों तरफ अफरातफरी मच गई और लोगों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इधर, लगातार पानी भर जाने के कारण खान के अंदर खड़े 17 ट्रक और एक ट्रैक्टर पानी के बीच फंस गए। नाला टूटने से आई आफत को लेकर लोग बेहद परेशान नजर आए। इस बीच कुछ वाहन मालिकों ने पानी में डूबे ट्रकों से सामान निकालने का भी भरसक प्रयास किया लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी।
पूरे घटनाक्रम को लेकर बेहद चिंतित किसानों व वाहन मालिकों ने आरोप लगाया कि प्रशासन का रवैया इस नाले को लेकर कतई गंभीर नहीं है। इससे पहले भी कई बार यह नाला टूट चुका है, जिससे हर बार फसल बर्बाद होने के कारण उन्हें खासा नुकसान उठाना पड़ता है।
किसानों ने इसे लेकर भी रोष जताया कि इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर कोई भी अधिकारी उनकी सुध लेने तक यहां नहीं आया। फिलहाल क्षेत्रवासियों ने अपने स्तर पर ही राहत अभियान शुरू कर दिया है, जिसके तहत क्रेन और अन्य संसाधनों के जरिए सामान बचाने और पानी निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।