पांच बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़, दो ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश
किसी बड़ी वारदात करने की फिराक में बैठे पांच बदमाश को पुलिस ने धर दबोचा। जब उनसे पूछताछ और पहचान हुई तो चौकाने वाला पर्दाफाश हुआ। वे हत्यारे हैं।
पानीपत/जींद। जुलाना के कच्चा बाईपास पर रात को पांच शातिर बदमाशों की पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की, लेकिन पुलिस ने उनका पीछा करके काबू कर लिया। पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में खुलासा किया कि अब तक वह हत्या की दो वारदातों को अंजाम दे चुके हैं और दोनों ही मामले ब्लाइंड मर्डर के हैं।
एक मर्डर की वारदात को तीन साल पहले शहर के विकास नगर में की थी और पुलिस इसकी गुत्थी अब तक सुलझा नहीं पाई थी। इसके बाद एक माह पहले ही लिजवाना कलां निवासी कृष्ण लाठर का अपहरण करके उसका गला घोंट कर हत्या कर दी थी और शव को खुर्द बुर्द करने के लिए नहर में फैंक दिया था। काफी दिनों के बाद उसका शव भिवानी में मिला था। इस मामले में भी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। पकड़ा गया एक आरोपित हत्या के मामले में 20 साल सजा हो चुकी है, लेकिन वह हाईकोर्ट से जमानत पर चल रहा था। इसके अलावा एक आरोपित पर पांच मामले दर्ज हैं।
डीएसपी ने बनाई रणनीति
डीएसपी पुष्पा खत्री व सीआइए इंचार्ज सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार रात को सूचना मिली कि जुलाना के कच्चा बाईपास पर कुछ बदमाश हथियारों के साथ खड़े हैं और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। टीम जैसे ही मौके पर पहुंची तो आरोपित पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने जैसे ही युवकों को पकडऩे का प्रयास किया तो उन्होंने पुलिस पर फायर करना शुरू कर दिया। पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद मुठभेड़ में सभी पांच आरोपियों को काबू कर लिया गया।
हत्या, लूट और जान से मारने की धमकी के दर्ज हैं केस
पुलिस द्वारा तलाशी लेने पर सभी आरोपियों के कब्जे से अवैध 2 पिस्तौल, 3 कारतूस व एक खाली रौंद भी बरामद हुआ। पकड़े गए आरोपितों की पहचान गांव लिजवाना कलां निवासी श्रीराम उर्फ मोनू, जुलाना निवासी अमन उर्फ बोड़ा, गांव राजगढ़ निवासी अंकुश उर्फ सलेंचर, गांव जवारा जिला सोनीपत निवासी रिंकू, गांव बुढ़ाखेड़ा निवासी सोनू उर्फ डोगा के रूप में हुई। जुलाना थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पकड़े गए आरोपित के खिलाफ 2 हत्या, 2 हत्या का प्रयास, 1 लूट, 1 जान से मारने की धमकी के 5 मामलें दर्ज हैं। इसके अलावा श्रीराम उर्फ मोनू ने 16 अगस्त को उसने अपने साथी अमन व अंकुश के साथ मिलकर राजगढ़ ठेके पर नकदी लूटी थी।
मुखबिर के शक के चलते कृष्ण की हुई थी हत्या
पुलिस पूछताछ में गांव लिजवाना कलां निवासी श्रीराम उर्फ मोनू ने खुलासा किया कि करीब डेढ़ वर्ष पहले उसके ही गांव के परविंद्र के साथ झगड़ा हो गया था। इसमें परङ्क्षवद्र ने उसको गोली मार दी थी। उसके बाद मोनू को शक था कि गांव लिजवाना कलां निवासी कृष्ण लाठर उस पर हमला करने वाले परविंद्र के लिए मुखबीर का काम करता है। इसी रंजिश के चलते 24 अक्टूबर को उसने अपने साथी अमन व अंकुश को साथ लेकर कृष्ण का अपहरण कर लिया और उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद शव को गांव जैजैवंती के निकट नहर में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था। गुमशुदा होने के कुछ ही दिनों के बाद कृष्ण लाठर का शव भिवानी के निकट नहर से मिला था। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था, लेकिन आरोपितों ने खुलासा किया कि वारदात को उन्होंने ही अंजाम दिया था। परविंद्र के लिए मुखबीर करने के शक के चलते ही 21 नवंबर की रात को जुलाना में दुकानदार अजय पर मोनू ने अपने साथियों के साथ मिलकर गोली चलाई थी, लेकिन इसमें अजय बच गया था।
तीन साल बाद खुली सन्नी के मर्डर की गुत्थी
जुलाई 2015 में शहर के विकास नगर निवासी सन्नी की भिवानी रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। सन्नी की हत्या के बाद से मामले का खुलासा नहीं हो पाया था। पूछताछ के दौरान सोनू उर्फ डोगा ने खुलासा किया कि उसने आने साथी गांव माली निवासी संदीप उर्फ भोलू के साथ मिलकर रंजिश के चलते भिवानी रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद से वह फरार चल रहे थे।