फाइनेंस कंपनी 2500 लोगों के 25 करोड़ लेकर फरार, लोगों ने कैशियर को बंधक बनाया Panipat News
अंबाला में फाइनेंस कंपनी ने करीब 2500 लोगों के 25 करोड़ निवेश के नाम पर ठग लिए। लोगों ने कैशियर को बंधक बना लिया। पीडि़त लोगों ने थाने में कंपनी के खिलाफ शिकायत दी।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। सहारा फाइनेंस कंपनी में लोगों ने अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जैसे-तैसे पैसा इकठ्ठा कर कंपनी में एफडी कराई। किसी ने दस लाख तो किसी ने पांच लाख रुपये कंपनी में जमा कर दिए। मगर मैच्योरिटी पर जब वह पैसे लेने कंपनी के कार्यालय में पहुंचे तो अफसर फरार हो गए। पैसा नहीं मिलने पर लोगों ने सहारा फाइनेंस कंपनी के सेक्टर ऑफिस कबाड़ी चौक पर हंगामा काटा। वहां मौजूद कैशियर को बंधक बनाते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया। पीडि़तों ने थाने में शिकायत भी की है। शिकायत में कंपनी पर 2500 लोगों के 25 करोड़ रुपये लेकर फरार होने के आरोप लगाए गए हैं।
जब कैशियर से अधिकारियों के बारे में पूछा तो उसने कहा कि चार साल से कोई मैनेजर भी नहीं आया है। ऊपर से पैसा नहीं आ रहा है। ऐसे में पैसे कहां से लाकर दें।
इन फाइनेंस कंपनियों पर पैसा हड़पने का आरोप
सहारा ग्रुप की तीन कंपनियां है। इसमें एक सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी और हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के नाम से है। इनका सेक्टर ऑफिस अंबाला कबाड़ी बाजार चौक में है, जबकि मुख्यालय उत्तर प्रदेश के लखनऊ में है। इन कंपनियों में लोगों ने करोड़ों रुपये जमा कराए, लेकिन अब कोई भी अधिकारी फोन तक नहीं उठा रहा है।
जमा योजनाओं में करोड़ों किया जमा
पीडि़त लोगों ने बताया कि फाइनेंस कंपनी ने अलग-अलग तरह की जमा योजनाएं बनाकर लोगों को जोड़ा। जमा योजना में डेढ़ साल, तीन साल, पांच, दस और पंद्रह साल तक पैसा जमा किया गया। इस दौरान लोगों को दो गुणा व तीन गुणा देने का झांसा दिया गया।
सहारा जमाकर्ता ग्रुप के 250 लोगों के छह करोड़ खतरे में
फाइनेंस कंपनी में जिन लोगों ने पैसा जमा किया है। उन्होंने सहारा जमाकर्ता के नाम से अलग ग्रुप बनाया है। इस ग्रुप में 250 से अधिक लोग जुड़े है। इन्होंने कंपनी में करीब 6 करोड़ रुपये जमा कराया। ये भी पिछले कई महीनों से ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं।
लाखों रुपये जमा कराए। लेकिन अब लेने के लिए आए तो मना कर रहे है। लेने के लिए केवल कैशियर बैठा दिया है। पैसे देने के लिए कोई नहीं।
विकास गुप्ता, पीडि़त
हमारे ग्रुप में करीब 250 लोग है। जिनका करीब 6 करोड़ कंपनी में जमा है। अब मैनेजर और अन्य अधिकारी भी दफ्तर छोड़कर चले गए।
विशाल आर्य, पीडि़त
मैंनें लोगों से लेकर कंपनी में करीब 40 लाख रूपये जमाकर्ता योजना में जमा कराए। लेकिन समय पूरा हो गया। अब पैसे देने को तैयार नहीं है।
पम्मी, पीडि़त
चालीस हजार की कंपनी में एफडी कर जमाए कराई। ताकि कुछ लाभ होगा। लेकिन चालीस हजार भी कंपनी नहीं दे रही है।
ज्योति, पीडि़त