चौकी में भिड़े निवेशक और प्रमोटर के परिजन
जागरण संवाददाता, पानीपत : एफडी और आरडी कराने के बाद ठगे गए लोगों ने लगातार दूसरे दिन ह
जागरण संवाददाता, पानीपत :
एफडी और आरडी कराने के बाद ठगे गए लोगों ने लगातार दूसरे दिन हंगामा किया। रविवार को चौकी में कंपनी के प्रमोटर के परिजनों और लोगों में भिड़ंत हो गई। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए। निवेशकों ने कहा प्रमोटर विकास कौशिक के कहने पर उन्होंने कंपनी में निवेश किया था। अब उनके पैसे नहीं लौटाए जा रहे। वहीं, परिजनों ने कहा कि लोग उनके घर क्यों पहुंचे। कंपनी के कार्यालय में पैसे दिए थे। वहीं से पैसे लो। उन्होंने जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया। चौकी में आधे घंटे तक हंगामा होता रहा।
निजी कंपनी में निवेश करने वाले शनिवार को शिव नगर में विकास शर्मा के घर गए थे। विकास के पिता बेगराज ने उन पर गालियां देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि निवेशकों ने जान से मारने की धमकी भी दी। उनके साथ हाथापाई की गई। सुरेश शर्मा, नीलेश, रमनदीप कौर, एनके खैरा के खिलाफ किशनपुरा चौकी में शिकायत दी। पुलिस ने चारों को फोन करके चौकी में बुलाया। वे लोग चौकी में पहुंचे। आधे घंटे बाद विकास के परिजन भी चौकी में आ गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर कहासुनी हुई। एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे। निवेशकों ने जवाब दिया कि विकास के कहने पर निवेश किया था। लोगों के पैसे लेकर भाग गया। उसका पता पूछने के लिए उनके घर गए थे। किसी ने गालियां नहीं दी। परिजन झूठे आरोप लगा रहे हैं।
घरों में बर्तन साफ करती हूं
हसनपुर गांव की बुजुर्ग महिला धर्मपति चौकी में पहुंची। उन्होंने बताया कि वह लोगों के घरों में बर्तन साफ करती है। विकास के कहने पर कंपनी में पैसे जमा कराए थे। किस्त पूरी होने के बाद कंपनी ने कार्यालय बंद कर दिया। पैसे मांगते हैं तो धमकी दी जा रही है।
अॅडिट नहीं करवा रहे
अंबाला कैंट से कंपनी की कर्मचारी मीनाक्षी ने बताया कि रमनदीप कौर प्रोजेक्ट मैनेजर और नीलेश ब्रांच मैनेजर थी। निदेशक डॉ. विनोद रोहिल्ला ने उनको ऑडिट कराने के लिए कहा था लेकिन ऑडिट नहीं कराया। निदेशक ने कह रखा है कि ऑडिट होने के बाद निवेशकों के पैसे वापस दे देंगे। अब भी कंपनी चल रही है। जो लोग कंपनी में काम कर रहे थे, उन्होंने गबन किया। अब ड्रामा कर रहे हैं।
लोगों के लेकर छुप गया
रमनदीप कौर का कहना है कि वह कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर थी तो नियुक्ति पत्र दिखाएं। विकास कौशिक के कहने पर कंपनी में निवेश किया था। कंपनी ने पानीपत के दोनों कार्यालय बंद कर दिए। जिस बिल्डिंग में कार्यालय था, उसका किराया भी नहीं दिया। निवेशक अपने पैसे लेने के लिए धक्के खा रहे हैं। विकास ने निदेशक के साथ मिलकर लोगों के पैसे हड़प लिए। अगर उसने पैसे नहीं खा रखे तो छुप क्यों रहे हैं। लोगों के सामने आकर सच्चाई बताए।
दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए : राजेश
किशनपुरा चौकी इंचार्ज राजेश कुमार का कहना है कि बेगराज ने निवेशकों के खिलाफ शिकायत दी थी। दोनों पक्ष चौकी में बुलाए थे। दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर दिए। निवेशकों ने बस स्टैंड चौकी में शिकायत दे रखी है। वे पता पूछने के लिए गए थे। मामले की जांच की जा रही है।
यह है मामला
सलारजंग गेट और सेक्टर 25 में लीजेंड ग्रुप कंपनी के कार्यालय थे। आरोप है कि लोगों को ब्याज का लालच देकर निवेश कराया। एफडी और आरडी की किस्त पूरी होने के बाद लोगों के पैसे वापस नहीं किए। निवेशक अपने पैसे लेने के लिए कंपनी के कार्यालय में जाने लगे तो दोनों कार्यालय बंद कर दिये। निवेशक अपने पैसे लेने के लिए धक्के खा रहे हैं।