महिला एएसआई का सामने आया पुराना खेल, पहले दर्ज करती केस, फिर लेती मोटी रकम
कुरुक्षेत्र की महिला एएसआइ का क्राइम रिकॉर्ड पुराना है। राजस्थान में इनोवा गाड़ी छीनने और पिहोवा में दुराचार के आरोप में समझौता कराने का केस दर्ज है। दो मामलों में पहले फंस चुकी।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। करनाल के सीमेंट टायल व्यापारी के पिता पर छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा दर्ज कराकर समझौते के नाम पर 30 हजार रुपये लेने वाली जिला पुलिस की महिला एएसआइ का क्राइम रिकॉर्ड पुराना है। उस पर राजस्थान में इनोवा गाड़ी छीनने और पिहोवा में एक व्यक्ति पर दुराचार के केस में फंसाकर समझौता कराने का केस पहले दर्ज है। राजस्थान पुलिस ने महिला एएसआइ को छह जनवरी 2020 को गिरफ्तार किया था। वह इस मामले में अब जमानत पर है।
सीमेंट टायल व्यापारी ने अपने पिता पर आरोप लगाने वालों से उसी अंदाज में निपटने का फैसला लिया। उन्होंने एसपी को लिखित शिकायत देकर पूरे सबूत दिखाए। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी रविंद्र तोमर की देखरेख में एक टीम गठित की और डीसी को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के लिए पत्र लिखा। पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार थानेसर जयवीर रंगा की देखरेख में आरोपित महिला और एएसआइ को एएसआइ के घर से गिरफ्तार किया। उनसे समझौते के नाम पर लिए गए 30 हजार रुपये भी मौके से ही बरामद किए। महिला ने एसआइए के फोन से व्यापारी के पिता से बात की थी।
महिला एएसआइ पर ये दो मामले पहले से दर्ज
नंबर-एक
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिला के थाना पल्लू में महिला एएसआइ पर इनोवा गाड़ी छीनने का एक केस दर्ज है। कुरुक्षेत्र पुलिस की अपराध शाखा-एक ने मामले की जांच की थी। इसमें महिला एएसआइ पर आरोप साबित हुए थे। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने महिला एएसआइ को छह जनवरी 2020 को गिरफ्तार कर लिया था।
मामला नंबर-दो
महिला एएसआइ थाना पिहोवा में 2017 में दर्ज एक मुकदमे में भी शामिल है। मामले के अनुसार पिहोवा निवासी जीवन प्रकाश ने पुलिस को शिकायत देकर एक महिला, पवन और कैलाश पर आरोप लगाए थे। उसके अनुसार महिला ने उस पर दुराचार का केस दर्ज कराया है। जबकि उसने आरोप निराधार हैं। उसकी छवि खराब करने और पैसे ऐंठने के लिए इस तरह की शिकायत दी गई। उसने आरोप लगाया कि इस मामले में डीएसपी, उनका रीडर और महिला एएसआइ मिले हुए हैं। उनकी पैसे की मांग पूरी करने के लिए उसने तीन एकड़ जमीन भी बेचनी पड़ी। पुलिस ने इस मामले में 12 सितंबर 2017 को ईश्वर निवासी भौर सैयदां को गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच स्टेट क्राइम ब्यूरो रोहतक कर रही है।