नए शैक्षणिक सत्र में कॉलेजों में नहीं बढ़ेगी फीस, नया कोर्स भी नहीं होगा शुरू
हायर एजुकेशन ने आदेश दिए हैं कि कोरोना महामारी की वजह से कालेजों में नए शैक्षणिक सत्र में फीस नहीं बढ़ेगी। साथ ही नया कोर्स भी नहीं शुरू होगा।
पानीपत/जींद, जेएनएन। कोरोना वायरस के चलते अभी तक हायर एजुकेशन विभाग द्वारा ग्रेजुएशन कोर्स में दाखिले के लिए अभी तक कोई शेड्यूल नहीं आया है लेकिन विद्यार्थियों के लिए राहत भरी बात यह है कि नए शैक्षणिक सत्र में राजकीय कॉलेजों में फीस नहीं बढ़ाई जाएगी। इसे लेकर हायर एजुकेशन विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वहीं इस बार राजकीय महाविद्यालयों को कोई नया कोर्स भी नहीं मिला है।
बताते चलें कि इस बार 12वीं की परीक्षा 18392 छात्रों ने परीक्षा पास की है और इनमें से अधिकतर छात्र राजकीय महाविद्यालयों में दाखिला लेने का सपना संजोए बैठे हैं। जिला में यूं तो 16 सरकारी और गैर-सरकारी कॉलेज थे लेकिन इस बार उचाना के छात्तर गांव में भी राजकीय कॉलेज खोले जाने के बाद कॉलेजों की संख्या 17 हो गई है। इस कॉलेज में अभी कितनी सीटें होंगी, यह फाइनल नहीं हो पाया है।
फिलहाल कॉलेजों में स्टाफ के आने की ही अनुमति है और छात्रों को कोई जानकारी लेनी है तो वो ऑनलाइन प्रक्रिया से ही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विभाग की योजना यह है कि 70 प्रतिशत पाठ्यक्रम ऑनलाइन रहेगा और 30 प्रतिशत कक्षाएं ऑफलाइन होंगी। जब हालात सामान्य हो जाएंगे तब 30 प्रतिशत सिलेबस को कवर करवाया जाएगा।
आवेदन में गलती पर ठीक होने का मिलेगा ऑनलाइन विकल्प
अभी राजकीय कॉलेजों में दाखिले को लेकर गाइडलाइन नहीं आई है। फिर भी एडमिशन के लिए आवेदन करते समय छात्र से कोई गलती हो जाती है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन ही इसे दुरुस्त किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के समय दिए गए पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस अलर्ट जारी किया जाएगा। वहीं हायर एजुकेशन विभाग की ओर से ऑनलाइन चैट बोर्ड बनाया गया है। इसका वाट््सअप पर लिंक मिलेगा। इसमें लेक्चरर व स्टूडेंट््स को जोड़ा जाएगा। इस बोर्ड पर दाखिले संबंधी समस्याओं को हल कराया जा सकेगा। इतना ही नहीं इस बार कॉलेजों में छात्रवृत्ति फार्म भरने की जरूरत नहीं है। ये ऑप्शन दाखिले के आवेदन में मिल जाएगा।
नए सत्र में राजकीय कॉलेजों में नहीं बढ़ेगी फीस : दहिया
राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्या शीला दहिया ने बताया कि अभी उच्चतर शिक्षा निदेशालय द्वारा एडमिशन को लेकर गाइडलाइन जारी नहीं की है। इस बार छात्रों को पिछले वर्ष की तरह ही फीस देनी होगी। फीस में कोई वृद्धि नहीं की गई है। फिलहाल छात्रों को महाविद्यालयों में आने की मनाही है और केवल स्टाफ ही आ रहा है।