फास्टैग ठगी से बचने के लिए जारी की एडवाइजरी, ठग बैंक खातों में लगा रहे सेंध
फास्टैग के माध्यम से बढ़े साइबर क्राइम को रोकने के लिए पुलिस महकमे ने एडवाइजरी जारी कर दी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : फास्टैग के माध्यम से बढ़े साइबर क्राइम को रोकने के लिए पुलिस महकमे ने एडवाइजरी जारी कर दी है। विभाग ने ने फास्टैग यूजरों को वॉलेट रजिस्टर और एक्टिवेट कराते समय सावधानी बरतने के निर्देश दिए। खाते संबंधी जानकारी गलत हाथों में जाने पर बैंक खातों में सेंध लगने का दावा किया। डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश कुमार वत्स ने बताया कि 15 जनवरी 2020 से सरकार ने सभी चार पहिया और उससे भारी वाहनों पर फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया है। फास्टैग एक्टिवेट कराने के बहाने ठग लोगों से उनके बैंक खातों संबंधी जानकारी लेने का प्रयास करते है। वहीं फास्टैग सेवा नई होने के कारण भोलेभाले लोग ठगी की वारदात का शिकार बन जाते है। उन्होंने शहरवासियों से कैशबैक या छूट के लालच में आकर किसी ¨लक या वेबसाइट पर अपने बैंक संबंधी जानकारी अपडेट नहीं करने की बात कही। रैपिड फास्टैग चिप का डाटा चुरा रहे ठग मार्केट में उपलब्ध कई उपकरणों की मदद से ठग फास्टैग में लगी रैपिड फास्टैग चिप का डाटा आसानी से चुरा लेते है। कई उपभोक्ताओं को वाहन घर पर होने के बावजूद भी टोल ट्रांजेक्शन मैसेज मिलते है। उन्होंने फास्टैग केवल स्वीकृत कंपनियों, बैंकों और ऑनलाइन एप जैसे पेटीएम और अमेजन से खरीदने की बात कहकर ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए कहा। वहीं स्मार्टफोन में केवल गूगल एप से ही फास्टैग कंपनी का एप डाउनलोड करने के लिए आमजन को जागरूक किया।