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पैडी सीजन में किसानों को नहीं झेलनी पड़ेगी ओवरलोडिग की मार, निगम बनाएगा नए फीडर

नए फीडर बनाने को लेकर भेजे प्रस्ताव को अधिकारियों से मंजूरी भी मिल चुकी है। अब जल्द ही उन पर काम शुरू हो जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 07:45 AM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 07:45 AM (IST)
पैडी सीजन में किसानों को नहीं झेलनी पड़ेगी ओवरलोडिग की मार, निगम बनाएगा नए फीडर
पैडी सीजन में किसानों को नहीं झेलनी पड़ेगी ओवरलोडिग की मार, निगम बनाएगा नए फीडर

जागरण संवाददाता, समालखा : पैडी (धान) सीजन के दौरान किसानों को बिजली कटों की मार से बचाने के लिए निगम ओवरलोड फीडरों का लोड कम करने जा रहा है। ताकि होने वाले फाल्ट के साथ कटों को बंद कर किसान को सुचारू रुप से बिजली सप्लाई दी जा सके। नए फीडर बनाने को लेकर भेजे प्रस्ताव को अधिकारियों से मंजूरी भी मिल चुकी है। अब जल्द ही उन पर काम शुरू हो जाएगा।

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समालखा डिवीजन के अंतर्गत छाजपुर, बिहोली व समालखा सब डिवीजन है। जहां हजारों घरेलू, कमर्शियल व नलकूप के उपभोक्ता है। जिनको सप्लाई देने के लिए 220, 132 व 33 केवी के पावर हाउस लगे है। समालखा सब डिवीजन में मनाना, छदिया व नारायणा में 33 केवी पावर हाउस है। जबकि बिहोली में देहरा, डिकाडला, आट्टा, मच्छरौली व हल्दाना के अलावा छाजपुर में भी सात 33 केवी पावर हाउस है। जहां से खेतों, गांव के साथ औद्योगिक एरिया में बिजली सप्लाई होती है। विभागीय जानकारी के मुताबिक 220 व 132 केवी से निकले अनेक खेतों के ऐसे फीडर है जो ओवरलोड है। ऐसे में धान के सीजन के दौरान उनकी सप्लाई सुचारू रुप से नहीं चल पाने के कारण किसानों को परेशानी होती है। लेकिन निगम ने किसानों की परेशानी व फीडरों की ओवरलोडिग दूर करने के लिए ओवलोड फीडरों से नए फीडर बनाने का फैसला लिया है। ओवरलोडिग होगी खत्म

समालखा डिवीजन के एक्सईएन डीएस छिक्कारा ने बताया कि 220 केवी समालखा व 132 केवी छाजपुर से जुड़े कुछ ऐसे फीडर है जो ओवरलोड है। उनमें से ज्यादातर खेतों के है। जिनकी ओवरलोडिग को खत्म करने के लिए उनमें से न केवल नए फीडर बनाए जाएंगे, बल्कि उनको बदलकर ग्रामीण एरिया में लगे 33 केवी पावर हाउस से जोड़ा जाएगा। ताकि धान के सीजन के दौरान किसान को सप्लाई में दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से न केवल फीडरों की ओवरलोडिग की समस्या दूर होगी, बल्कि कटों और फाल्ट से भी निजात मिलेगा। एक्सईएन ने कहा कि गेहूं की कटाई का काम खत्म होते ही नए बनाए जाने वाले फीडरों के लिए लाइन खड़ी करने का काम शुरू करा दिया जाएगा। जो मई माह के अंत तक पूरा करा दिया जाएगा। सिर से हटेगा खतरा

करहंस एपी सहित जो फीडर 220 केवी से हटकर 33 केवी से जुड़ेंगे तो उनकी लाइन भी हटेगी। जो कस्बे की अनेक कालोनियों में लोगों के घरों के ऊपर से होकर निकली है। लाइनों के हटने पर उनके ऊपर से भी खतरा हटेगा। पहले लोगों को हटवाने के लिए पैसा खर्च करना पड़ता, परंतु अब फ्री में हटेंगी। ये बनेंगे नए फीडर

220 केवी समालखा से जुड़े जौरासी एपी न्यू व ओल्ड ब्रांच से नया फीडर बनाकर 33 केवी आट्टा से जोड़ा जाएगा। जिस पर 8 लाख 53 हजार की लागत आएगी।

--220 केवी समालखा से जुड़े करहंस एपी से दो नए फीडर बनाकर उन्हें 33 केवी मच्छरौली से जोड़ चालू किया जाएगा। जो हाल में ओवरलोडिग के कारण दो ग्रुप में चलाया जाता है। इस पर 11 लाख 45 हजार की लागत आएगी।

--132 केवी छाजपुर से चल रहे ओवलोड फीडर पत्थरगढ़ एपी में से भी एक और नया फीडर निकाला जाएगा। जिसे 33 केवी सनौली से जोड़कर सप्लाई दी जाएगी। जिस पर 11 लाख 80 हजार रुपये की लागत आएगी।

--132 केवी छाजपुर से जुड़े कुराड़ डीएस फीडर ओवरलोड है। जिसके चलते उससे एक नया फीडर निकाल 33 केवी सनौली से सप्लाई दी जाएगी। उस पर 6 लाख 51 हजार की लागत होगी।

--220 केवी समालखा से चल रहे पंट्टीकल्याणा एपी ओवरलोड फीडर की ओवरलोडिग दूर करने के लिए भी एक नया फीडर बना 33 केवी हल्दाना से जोड़ा जाएगा। इस पर 6 लाख 4 हजार खर्च आएगा।

--132 केवी छाजपुर से नंगला एपी फीडर से एक नया फीडर निकाल 33 केवी सनौली से जोड़कर सप्लाई दी जाएगी। इस पर 14 लाख 24 हजार की लागत आएगी।


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