धान की खरीद न होने से किसान परेशान, मंडियों में ढेरियों की कर रहे है रखवाली
प्रदेश की अनाज मंडियों में धान की आवक तेज हो गई है लेकिन सरकारी खरीद अभी तक सही ढंग से शुरू नहीं हो पाई है। कैथल में पिछले पांच दिनों में मंडी के अंदर खरीद न होने के कारण किसान धान की रखवाली करने को मजबूर हो रहे हैं।
कैथल/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। प्रदेश की अनाज मंडियों में धान की आवक तेज हो गई है, लेकिन सरकारी खरीद अभी तक सही ढंग से शुरू नहीं हो पाई है। धान से मंडियां भर गई है। कैथल में पिछले पांच दिनों में मंडी के अंदर खरीद न होने के कारण किसान धान की रखवाली करने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं 1509 किस्म का धान मंडी में पहुंचते ही बिक जाती है, लेकिन पीआर धान लेकर पहुंच रहे किसान धान की ढेरियों की दो-दो दिन से रखवाली कर रहे हैं और खरीद होने का इंतजार कर रहे हैं।
राइस मिलर्स अभी धान नहीं खरीद रहे है। वहीं बुधवार को सरकारी खरीद एजेंसी हरियाणा वेयरहाऊस खरीद के लिए मंडी में तो पहुंची थी, लेकिन खरीद नहीं की। एजेंसी के अधिकारी और कर्मचारी की खरीद से किसान असंतुष्ट नजर आए। उनका मानना है कि एक एजेंसी एक दिन में पूरा धान नहीं खरीद सकती है। किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा धान को औने-पौने दामों पर खरीदा जा रहा है। मैसेज भी भेज दिए गए है। उसके बाद भी मंडी में फसल को कई-कई दिनों ऐसे ही पड़ी रहती है।
नमी भी पड़ रही खरीद पर भारी
सरकार की तरफ से 17 प्रतिशत तक नमी होने पर किसानों की धान का निर्धारित रेटों पर खरीदने की बात की जा रही है। जबकि मंडी में इस समय 20 प्रतिशत तक नमी युक्त धान पहुंच रही है। यह भी खरीद प्रभावित होने का एक मुख्य कारण है। इससे धान की ए ग्रेड के लिए निर्धारित किए गए रेट 1888 रुपये प्रति क्विंटल पर भी विपरित असर पड़ रहा है। नमी के कारण रेट कम लगाए जा रहे हैं।
यमुनानगर में आढ़तियों की मांगों पर सहमति बनी तो आज शुरू हो सकती धान की खरीद
यमुनानगर : आढ़तियों व प्रशासन के बीच यदि सहमति बनी तो आज अनाज मंडियों में आज धान की खरीद शुरू होने की उम्मीद है। आढ़तियों की मुख्य मांग मंडियों में खरीदी की व्यवस्था को दुरुस्त करना है। उनके मुताबिक किसानों के पास खरीद के लिए मैसेज आढ़तियों की व्यवस्था के अनुरूप किए जाएं। हालांकि 25 प्रतिशत किसानों को आढ़ती व मार्केट कमेटी के अधिकारी अपने स्तर पर बुला सकते हैं, लेकिन आढ़ती सभी किसानों के लिए यह व्यवस्था किए जाने की मांग कर रहे हैं। दूसरा, उठान की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।
मांगों को लेकर आढ़ती एसोसिएशन जिलाध्यक्ष शिव कुमार संधाला की अध्यक्षता में डीसी मुकुल कुमार से मिलेंगे। आढ़तियों का कहना है कि यदि मांगों पर सहमति बनी तो आज खरीद शुरू हो जाएगी। जगाधरी अनाज मंडी की यदि बात की जाए तो करीब दो लाख कट्टे मंडी में पड़े हुए हैं। सड़कों व फड़ों पर अनाज बिखरा पड़ा है। किसान कई-कई दिन अनाज मंडी में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन खरीद नहीं हुई। ऐसे ही हालात अन्य 12 मंडियों में हैं। मार्केट कमेटी के सचिव ऋषिराज का कहना है कि दो दिन के दौरान करीब 500 गेट पास कट चुके हैं। आज सभी अनाज मंडियों में खरीद शुरू होने की पूरी उम्मीद है।