किसानों का विरोध, फतेहाबाद के गन्ने का जींद शुगर मिल से सर्वे करने से नाराजगी
हरियाणा के जींद के गन्ना उत्पादक किसान शुगर मिल में एकत्रित हुए। किसानों ने कहा कि जींद शुगर मिल के पास पहले ही सरप्लस गन्ना है। अब सरकार फतेहाबाद का गन्ना भी जींद शुगर मिल में भेजना चाहती है।
पानीपत/जींद, जेएनएन। फतेहाबाद जिले में गन्ने का सर्वे करने के लिए जींद शुगर मिल के पास शुगर फेड की तरफ से पत्र आया है। सोमवार को इसके विरोध में उतरते हुए काफी संख्या में गन्ना उत्पादक किसान शुगर मिल में एकत्रित हुए। किसानों ने कहा कि जींद शुगर मिल के पास पहले ही सरप्लस गन्ना है। अब सरकार फतेहाबाद का गन्ना भी जींद शुगर मिल में भेजना चाहती है। फतेहाबाद का गन्ना जींद आने से उनका गन्ना मिल नहीं खरीद पाएगा। पिछले साल भी फतेहाबाद का गन्ना मिल ने खरीदा था, जिससे किसानों को काफी परेशानी हुई थी। इस बार किसी भी सूरत में फतेहाबाद का गन्ना जींद शुगर मिल में नहीं आने दिया जाएगा। मिल के एमडी एवं उचाना एसडीएम डा. राजेश कोथ किसानों से मिले और उन्हें बताया कि केवल सर्वे करने के निर्देश आए हैं। वहां का गन्ना खरीदने के बारे में कोई जिक्र पत्र में नहीं है। फतेहाबाद में जूस का गन्ना होता है। वहां कितना गन्ना है, इसका सर्वे करने की जिम्मेदारी जींद और महम शुगर मिल को दी गई है। जिसके बाद किसान संतुष्ट हुए।
लॉकडाउन के चलते जींद आया था फतेहाबाद का गन्ना
फतेहाबाद जिले में काफी किसान जूस वाले गन्ने की खेती करते हैं। रेहड़ी वाले इनसे गन्ना खरीदते हैं। लेकिन पिछले सीजन में लॉकडाउन की वजह से उन किसानों का गन्ना नहीं बिक पाया। जिसके चलते इन किसानों का गन्ना जींद शुगर मिल ने खरीदा था। जिससे पेराई सत्र लंबा चला था। किसानों को अंदेशा है कि पिछले साल की तरह इस बार भी वहां गन्ना जींद शुगर मिल में भेजा जाएगा।
जल्दी शुरू होगा पेराई सत्र
क्षेत्र में इस बार गन्ने का रकबा करीब 16 हजार एकड़ है। जो पिछले साल से ज्यादा है। इस सीजन में करीब 38 लाख ङ्क्षक्वटल गन्ना मिल में आने की संभावना है। पिछले साल पेराई 22 नवंबर को शुरू हुई थी। इस बार दिवाली से पहले तीन या 10 नवंबर को पेराई सत्र शुरू करने की तैयारी है। एमडी डा. राजेश कोथ ने बताया कि पेराई सीजन में किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उनका समय पर गन्ना लिया जाएगा।