Move to Jagran APP

ट्यूबवेल कनेक्शन न मिलने पर किसानों ने बिजली निगम परिसर में लगाया टेंट, शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

ट्यूबवेल कनेक्शन न मिलने पर किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। बिजली निगम पर किसान प्रदर्शन करने पहुंचे। बिजली निगम परिसर में ही किसानों ने टेंट लगा दिया। वहीं पर अनिश्तिकालीन धरना शुरू कर दिया। किसानों की मांग है जब तक कनेक्‍शन नहीं तब तक धरना खत्‍म नहीं होगा।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 03:48 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 03:48 PM (IST)
ट्यूबवेल कनेक्शन न मिलने पर किसानों ने बिजली निगम परिसर में लगाया टेंट, शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना
कैथल में बिजली निगम में धरने पर बैठे किसान।

कैथल, जागरण संवाददाता। ट्यूबवेल कनेक्शन न मिलने पर किसानों ने बिजली निगम में टेंट लगा दिया है। इसके बाद अब किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। किसानों यह धरना अब लगातार जारी रहेगा। बता दें कि मंगलवार को किसानों को समझाने के लिए निगम के अधीक्षक अभियंता कशिक मन स्वयं किसानों को आश्वासन देने पहुंचे थे। परंतु किसानों ने उनकी एक भी बात नहीं मानी थी। किसानों का कहना है कि जब तक निगम व सरकार उनकी मांगे नहीं मानते उनका धरना जारी रहेगा।

loksabha election banner

किसानों की तरफ से निगम पर आरोप लगाया जा रहा है कि कनेक्शन की राशि जमा करवाने के बावजूद उन्हें ट्यूबवेल कनेक्शन नहीं दिए गए हैं, जिससे उनमें रोष है। इसी रोष स्वरूप उन्होंने कुछ दिन पहले भी प्रदर्शन किया था। उस दौरान निगम के अधिकारियों ने वहां पुलिस को बुलाकर उन्हें रोका था। इसमें किसानों पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था।

भारतीय किसान यूनियान चढ़ूनी गुट के प्रदेश उपाध्यक्ष होशियार गिल ने कहा कि सरकार अपनी मनमर्जी से ही सभी निर्णय ले रही है। इसमें किसानों के पक्ष को बिल्कुल भी नहीं सुना जा रहा है। जिससे किसान निराश है। गिल ने कहा कि निगम को राशि जमा भी करवा दी गई है। परंतु फिर भी निगम की तरफ से किसानों को ट्यूबवेल कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। जब तक कनेक्शन जारी नहीं किए जाते उनका निगम परिसर में धरना ऐसे ही जारी रहेगा।

वहीं, इस पर अधीक्षक अभियंता कशिक मन ने कहा कि वे सरकार के नियमों के कारण ट्यूबवेल कनेक्शन पास नहीं करवा पा रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने आला अधिकारियों से बातचीत की है। अभी तक आला अधिकारियों से कोई भी निर्णरू नहीं लिया गया है। सरकार से अनुमति मिलने के बाद ही इस पर कोई निर्णय लिया जा सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.