शराब और घरेलू कलह की भेंट चढ़ गया हंसता खेलता परिवार, पति की हरकतों से टूट चुकी थी अंजू
करनाल में दो बच्चों के साथ नहर में कूदने वाली महिला पति की हरकतों से परेशान थी। आखिर उसने जीवन समाप्त करने का मन बना लिया। महिला पांच महीने पहले पंचायती समझौते से पति के पास आई थी। बेटे का शव मिल गया है। बेटी की तलाश जारी है।
करनाल, जेएनएन। कई सपने संजोकर नीलोखेड़ी की बेटी अंजू विवाह करके घरौंडा के पनौड़ी गांव में आई। वह अपने सपनों का संसार बसाने में जतन से लगी थी कि पति की हरकतों ने उसके सपनों को चकनाचूर करना शुरू कर दिया। हंसता-खेलता परिवार शराब और घरेलू कलह की भेंट चढ़ गया।
अंजू पिछले 10 साल से पति की शराब पीने की आदत और उसके बाद मारपीट से इस कदर परेशान हो चुकी थी कि आखिर उसने जीवन ही समाप्त करने का मन बना लिया। इसी वजह से उसने गांव पनौड़ी से करनाल के उचाना गांव के पास नहर में छलांग लगा दी। साथ ही उसके दोनों बच्चे तीन वर्षीय पुत्र ईवान व 11 वर्षीय भावना भी नहर में समा गए। शाम को ईवान का शव मिल गया जबकि भावना की तलाश की जा रही है।
घरेलू कलह की वजह से लगातार अवसाद से गुजरते हुए आत्महत्या करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कुछ दिन पहले भी उचाना गांव के पास पश्चिमी यमुना नहर में महिला ने अपने बच्चे सहित नहर में छलांग लगा दी थी। अब मंगलवार को इसी नहर में फिर ऐसी दिल को झकझोर देने वाली घटना हुई।
अंजू और पति में अकसर रहता था विवाद
अंजू पनौड़ी गांव में अपने पति दिलजोत व दो बच्चों ईवान व भावना के साथ रहती थी। लेकिन पति की मारपीट और उसकी शराब की आदत से वह अवसाद में चली गई। दो दिन पहले ही अंजू की भाभी सिमरन उनसे मिलकर आई थी। लेकिन तब भी ऐसा आभास नहीं हुआ कि अंजू ऐसा कदम उठा सकती है। उसने दोनों बच्चों सहित नहर में छलांग लगाई तो लोगों ने देख लिया। अंजू को तो लोगों ने बचा लिया लेकिन दो बच्चों का कुछ पता नहीं चला। शाम के समय भावना का शव मिल गया। अंजू की भाभी सिमरन के मुताबिक अंजू का पति शराबी प्रवृत्ति का है। अकसर अंजू व उसके पति के बीच विवाद रहता था। वे दो दिन पहले भी अंजू से मिलकर आई थी, तब घर में सबकुछ ठीक-ठाक था, लेकिन उसके बाद क्या कुछ हुआ इसका पता नहीं।
करीब छह माह पहले चली गई थी मायके
अंजू अपने पति की हरकतों से इतना परेशान हाे गई थी कि करीब छह माह पहले मायके चली गई थी। इसके बाद पति व अन्य लोगों के हस्तक्षेप के बाद पंचायत हुई थी। पंचायती समझौते के तहत ही वह वापिस अपने पति के पास गई थी। उस समय भी यही आरोप था कि अंजू को उसका पति शराब पीकर पीटता है। करीब 10 साल से वह इसी तरह का कठिनाई भरा जीवन बिताने को मजबूर थी।
कुछ समय के लिए छोड़ दी थी शराब
बताया जा रहा है कि अंजू के पति दिलजोत ने चारों तरफ से दबाव पड़ने पर कुछ समय के लिए शराब छोड़ दी थी और वह सामान्य जीवन व्यतीत करने लगा था। लेकिन एक बार फिर उसने शराब पीनी शुरू कर दी और पत्नी के साथ मारपीट करने लगा तो उसके प्रति अंजू का विश्वास एक फिर टूट गया।
कुछ बताने की स्थिति में नहीं
सदर पुलिस थाने के एसएचओ बलजीत सिंह ने कहा कि अंजू पूरी तरह से घबराई हुई है। वह कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। उसकी स्थिति में सुधार होने पर पूछताछ की जाएगी।
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