साढ़े तीन घंटे तेज बारिश, किसानों के खिले चेहरे, बिजली कट से परेशानी
मौसम के एकाएक करवट लेने से सुबह के समय मेघा जमकर बरसे। पानीपत ब्लॉक मे सबसे ज्यादा 25 एमएम बारिश दर्ज की गई, समालखा मे सबसे कम दो एमएम बारिश हुई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : मौसम के एकाएक करवट लेने से सुबह के समय मेघा जमकर बरसे। पानीपत ब्लॉक मे सबसे ज्यादा 25 एमएम बारिश दर्ज की गई, समालखा मे सबसे कम दो एमएम बारिश हुई। जिले मे औसतन 10 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश होने पर जहां किसानो के चेहरे खिले, वही शहर की बिजली गुल होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विशेषज्ञो ने अगले चौबीस घंटे हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
सर्दी के जाते-जाते सोमवार सुबह एक साथ आसमान मे बादल छा गए। तड़के करीब साढ़े चार बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई। कुछ ही देर मे बारिश तेज हो गई। पानीपत ब्लॉक मे सुबह करीब सात से आठ बजे तक तेज बारिश हुई। शहर के कई हिस्सो मे नाले व नाले जाम होने से बारिश का पानी सड़को व गलियो मे जमा हो गया। जिसके चलते लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश आठ बजे तक चलती रही।
शहर मे बिजली कट, कई जगह कीचड़ बना परेशानी
बारिश ने एक बार फिर बिजली निगम को झटका दे दिया और आधा शहर अंधेरे मे डूब गया। सोमवार सुबह बारिश आते ही बिजली गुल हो गई। शहरवासियो को सुबह के वक्त गुल हुई बिजली के चलते काफी परेशानियो का सामना करना पड़ा। बिजली निगम की टीम सुबह ही फाल्ट ठीक करने निकल गई। बारिश के बाद करीब एक घंटे बाद बिजली सामान्य हो पाई। वही शहर मे कई जगह नालियां व नाले बंद होने से सड़को व गलियो मे पानी जमा हो गया। बाहरी कॉलोनियो मे कीचड़ होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बारिश से ठंड लंबी चलेगी, गेहूं को फायदा
कृषि विभाग के एसडीओ डॉ. सुनील मान ने बताया कि इस मौसम की बारिश गेहूं की नही बल्कि दूसरी फसलो के लिए भी फायदेमंद होगी। उन्होने बताया कि इससे फसल की बढ़वार तो होगी ही, साथ मे जमीन पानी भी बचेगा। इस मौसम की बारिश से अब ठंड लबी चलेगी। जो गेहूं के अच्छे उत्पादन मे फायदेमंद होगा।
किसान बोले- गर्म दिन आने पर सता रही थी चिंता
बारिश के बाद सबसे ज्यादा किसानो के चेहरे खिले हुए है। गढ़ी भल्लौर गांव निवासी किसान इंद्र सिंह व रणधीर सिंह ने बताया कि फरवरी माह गर्म दिन होने लगे थे। ऐसे मे गेहूं के उत्पादन को लेकर चिंता सताने लगी थी। मार्च माह से पहले गर्म दिन होने पर गेहूं का दाना कमजोर होने का डर था, लेकिन अब गेहूं का दाना अच्छा बनेगा।