पानीपत में फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, इंस्टीट्यूट संचालक गिरफ्तार
पानीपत में फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इंस्टीट्यूट संचालक को गिरफ्तार किया है। शातिर बदमाश युवकों को जाल में फंसा उन्हें फर्जी मार्कशीट थमाता था और बदले में लाखों रुपये ऐंठता था।
पानीपत, जागरण संवाददाता। मुक्त विद्यालय शिक्षा परिषद हरियाणा की 10वीं और 12वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट बनाकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह को क्राइम इनवेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-टू) ने भंडाफोड़ किया है।
पुलिस ने गिरोह के सदस्य व ग्लोबल एजुकेशन इंस्टीट्यूट भाटिया कालोनी के हरीश मित्तल से पांच दिन के रिमांड के दौरान 10वीं व 12वीं कक्षा की फर्जी दस मार्कशीट, नौ माइग्रेशन सर्टिफिकेट और ठगी के 50 हजार रुपये बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार मित्तल तीन साल में करीब 70 युवकों के साथ फर्जी मार्कशीट बनवाकर ठगी कर चुका है।
इन जिलों में फर्जी मार्कशीट के नाम पर ठगी
फिलहाल पीड़ित पुलिस के सामने नहीं आए हैं। इस गिरोह ने पानीपत, कुरुक्षेत्र, रोहतक, झज्जर, भिवानी सहित कई जिलों के युवकों के साथ फर्जी मार्कशीट के नाम पर ठगी कर रखी है। पुलिस गिरोह के सरगना रोहतक के पवन की राणा व उसके साथियों की तलाश कर रही है। वहीं पुलिस ने आरोपित हरीश मित्तल को अदालत में पेश कर जेल भिजवा दिया है।
यह था मामला
कुरुक्षेत्र के बीबीपुर गांव के बलवान ने पुलिस को शिकायत दी कि वह करनाल टोल प्लाजा पर नौकरी करता है। उसे 12वीं की मार्कशीट की जरूरत थी। तीन महीने पहले उसे पता चला कि हरीश मित्तल नामक व्यक्ति रामलाल चौक के पास पुराने कोर्ट रोड पर ग्लोबल एजुकेशन के नाम से कार्यालय है। जो 12वीं की ओपन परीक्षा करवाता है। वह कार्यालय में अपने दोस्त मतलौडा के टिंकू के साथ हरीश मित्तल से मिला और कहा कि 12वीं की परीक्षा देना चाहता है। हरीश ने उससे दस्तावेज, आधार कार्ड और 1.50 लाख रुपये ले लिए। उसे मित्तल ने दो महीने बाद मिलने को कहा।
दो महीने बाद वह कार्यालय गया तो मित्तल ने उसे मुक्त विद्यालय शिक्षा परिषद हरियाणा की 12वीं की मार्कशीट देकर कहा कि ये असली है। कहीं से जांच करा लेना। उसने कहा कि पेपर तो दिए नहीं। फिर मार्कशीट कैसे मिल गई। उसने मार्कशीट की जांच कराई तो पता चला कि रिकार्ड में मार्कशीट नहीं है। मार्कशीट फर्जी निकली। आरोपित हरीश रावत ने उसे फर्जी मार्कशीट थमाकर डेढ़ लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली है। पुराना औद्योगिक थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया।
पांच हजार रुपये में तैयार कराता था फर्जी मार्कशीट, मनचाहे नंबर दिलवाता था
क्राइम इनवेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-टू) प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र ने बताया कि हरीश मित्तल ने बताया कि पांच साल से पुराने कोर्ट रोड पर ग्लेबल एजुकेशन के नाम से कार्यालय खोल रखा था। तभी से मित्तल अवैध रूप से रोहतक के पवन राणा के माध्यम से मुक्त विद्यालय परिषद हरियाणा की 10वीं व 12वीं की फर्जी मार्कशीट पांच से छह हजार रुपये में तैयार करवाता था। इसकी एवज में युवकों से लाखों रुपये ऐंठ लेता था।
वह 70 युवकों को निशाना बना चुका है। मार्कशीट पर एनरालमेंट नंबर, रोल नंबर, परीक्षा केंद्र कोड, प्रमाण पत्र क्रमांक व छात्र का फोटो सब कुछ अंकित होता था। ताकि मार्कशीट असल लगे। युवकों को बिना परीक्षा दिलाए मनचाहे नंबर भी दिलवा देता था। परिषद की आनलाइन चेक पर फर्जीवाडे़ का पता चलता था। मित्तल ने बलवान से ठगे डेढ़ लाख रुपये में 62 हजार पवन राणा को दिए और बाकी रुपये आप डकार गया।
कई जिलों में फैला रखा था जाल
इंस्पेक्टर वीरेंद्र का कहना है कि गिरोह के मुख्य सरगना पवन राणा ने फर्जी मार्कशीट तैयार कर युवकों के ठगने के लिए पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, रोहतक, झज्जर, भिवानी सहित कई जिलों में जाल फैला रखा था। वहां से इंस्टीट्यूट के संचालक युवकों को झांसा देकर फर्जी मार्कशीट बनवाते थे। राणा दिल्ली व हिमाचल बोर्ड की भी फर्जी मार्कशीट तैयार करता था। आरोपित राणा परिवार सहित फरार है। राणा की गिरफ्तारी के बाद पता चल पाएगा कि गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं। यह भी पता चला पाएगा कि और कितने शहरों के युवकों की फर्जी मार्कशीट बनवा रखी थी। युवकों ने फर्जी मार्कशीट के जरिये नौकरी तो नहीं मिल गई है। इसका भी पता लगाया जा रहा है।