नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी
पानीपत के सीआइए तीन और आबकारी विभाग ने शुक्रवार को बिझौल गांव के खेतों में नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सीआइए तीन और आबकारी विभाग ने शुक्रवार को बिझौल गांव के खेतों में नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी। मुर्गी फार्म में गोरखधंधा चल रहा था। पुलिस की दबिश से पहले ही चार-पांच युवक मौके से फरार हो गए। शराब की 2750 खाली बोतलों से भरे कैंटर के चालक को सीआइए पुलिस टीम ने पकड़ लिया। आरोपित की पहचान बिहार के औरंगाबाद के मधुपुर के अनिल के रूप में हुई। पुलिस ने दो भाइयों समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं आरोपित चालक को शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
सीआइए तीन इंचार्ज छबील ¨सह ने बताया कि एसपी के निर्देशानुसार एक विशेष टीम जाटल रोड सौंधापुर चौक पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान गांव ¨बझौल के खेतों में एक खाली पड़े मुर्गी फार्म में अवैध शराब तैयार किए जाने की सूचना मिली। कराधान एवं आबकारी विभाग को सूचित किया। इसी दौरान एक कैंटर वकील के मुर्गी फार्म की ओर जाता दिखाई दिया। पीछा कर छापेमारी की। लेकिन पुलिस टीम के पहुंचने तक आरोपितों को छापेमारी की भनक लग चुकी थी। वे शराब तैयार करने का सारा सामान छोड़ खेत के रास्ते फरार हो गए। पुलिस टीम ने आरोपित कैंटर चालक को मौके पर ही गिरफ्तार कर लया। अनिल, संजीव, साहिल और योगेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर ये कारोबार चला रहे थे।
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दिल्ली तक जुड़े हैं तार, सामान बरामद
मौके पर बरामद ट्रक से रॉयल स्टैग कंपनी खाली अध्धे मिले। मुर्गीफार्म के अंदर स्प्रिट से भरे 200-200 लीटर के पांच ड्रम और 40 लीटर की 23 कैन बरामद हुई। कुल 1920 लीटर स्प्रिट पाया गया। 200 लीटर के 15 ड्रमों में 3000 लीटर डीएम वाटर भरा मिला। एक पोर्टेबल फिल्टर मोटर भी बरामद की। फैक्ट्री से शराब में इस्तेमाल होने वाला दो लीटर सेंट और बोतलों की सील लगाने वाली चार मशीनें भी मिली। इसके अलावा 32 लीटर नकली शराब तैयार करने में इस्तेमाल होने वाला कैरामल कलर भी बरामद हुआ। शुक्रवार रात को ही थी ट्रक भेजने की तैयारी
आरोपितों ने दिल्ली के सदर बाजार से कैंटर भरकर अध्धों की खाली बोतलें मंगवाई थी। देर रात तक आरोपित कैंटर में नकली शराब की पेटियां भरने की तैयारी में थे। फैक्ट्री से रॉयल स्टैग कंपनी की 1330 पेटियां, 950 बोतल कवर, इंपीरियल ब्लू की 600 पेटियां, 200 बोतल कवर और 35100 सील बरामद हुई। इसके अलावा सैंपल के तौर पर दिखाई गई रॉयल स्टैग कंपनी की एक पेटी नकली शराब भी बरामद हुई। कंपनी में थे आरोपितों के ¨लक, चुराई थी स्टें¨पग मशीन
शराब की बोतल के मार्केट पहुंचने से पहले लगाई जाने वाली स्टें¨पग मशीन को कंपनी में कड़ी निगरानी में रखा जाता है, लेकिन फैक्ट्री से स्टें¨पग मशीन बरामद होने से ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपितों की पहुंच विभिन्न शराब कंपनी के अधिकारियों तक भी थी। उनके साथी ने ही शातिर तरीके से कंपनी की स्टें¨पग मशीन चुरा कर आरोपितों तक पहुंचाई। उनकी शराब और असल शराब में फर्क न दिखाई दे।
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वर्जन :
स्टैंप चोरी होना गंभीर विषय, होगी गहन जांच
कंपनी का डुप्लीकेट सामान तैयार होने की सूचना मिली तो यहां आया। रॉयल स्टैग कंपनी के होलोग्राम से लेकर कैरामल तक सब कुछ मिला। इतना सारा सामान बरामद होने से लगता है कि आरोपित काफी समय से नकली शराब बनाने का कार्य कर रहे थे। कंपनी की स्टैंप मिलना गंभीर बात है। कंपनी के कर्मचारियों और अधिकारियों की जांच की जाएगी।
-लाल ¨सह कादियान, ऑपरेशन मैनेजर, रॉयल स्टैग कपंनी, पानीपत।