29 महीने से फैजखान कर रहे पदयात्रा, कन्याकुमारी से कश्मीर तक गा रहे गाय की गाथा Panipat News
राजनीति शास्त्र और हिंदी में एमफिल छत्तीसगढ़ के मोहम्मद फैज खान राम मंदिर तीन तलाक और धारा 370 हटाने का स्वागत किया है।
पानीपत, [धर्मदेव झा]। राजनीति शास्त्र और हिंदी में एमफिल कर चुके मोहम्मद फैजखान ने गाय की महिमा से आमजन को अवगत कराने को ही जीवन का मिशन बना लिया और कन्याकुमारी से कश्मीर के लिए पदयात्रा पर निकल पड़े। यहां ब्लूजे रिसोर्ट पहुंचे गोसेवा प्रकोष्ठ, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक फैजखान ने कहा कि गायों के वास्तविक महत्व के बारे में लोगों को सही जानकारी नहीं है। इसे धर्म व संप्रदाय से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। गाय के दूध, घी, गोबर व मूत्र में वो ताकत है जो कैंसर जैसी बीमारी को भी मात दे सकती है। बीमारी किसी का धर्म पूछकर नहीं होती है।
पत्रकारों से बातचीत में फैज ने कहा कि वेद में लिखा है कि गवो विश्वस्य मातर:। पैगम्बर का कथन है कि गाय का दूध स्वस्थ (सीफा) है। उन्होंने राम मंदिर, तीन तलाक और धारा 370 हटाने का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राजनीति चमकाने के लिए कोई व्यक्ति या संगठन चाहे इसका विरोध करे, लेकिन वे इसका समर्थन करते हैं। मानव के बीच वैमनस्यता पैदा करने वाली हर चीज का समाधान होना चाहिए, जिससे राजनेता इसका फायदा नहीं उठा सके।
29 माह से कर रहे पैदल यात्रा
फैज ने कहा कि वे 24 जून, 2017 को साथियों के साथ पैदल यात्रा पर निकले थे। पहले लेह से कन्याकुमारी गए। फिर वहां से जम्मू के लिए निकले हैं। प्रतिदिन 20 से 25 किमी पैदल यात्रा करते हैं। अब उनकी 13,500 किमी यात्रा पूरी हो चुकी है। ढाई हजार किमी यात्रा शेष है। रास्ते में उन्हें कहीं कोई परेशानी नहीं हुई।
2012 से गाय का महत्व बता रहे फैज
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर वासी फैज खान ने कहा कि उसके माता-पिता शिक्षक थे। उसकी सभी धर्मों में बराबर की आस्था है। 2012 में वे मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़े। 2012 से ही लोगों को जमीन और शरीर की रक्षा के लिए गायों के महत्व के बारे में बता रहे हैं। गाय एक ऐसी पशु है जिसका गोबर और मूत्र भी अमृत है। पंच गव्य से भगवान की पूजा होती है। इस अवसर पर जयभारत मंच के संयोजक नेपाल राणा, विनोद छौक्कर, पीयूष राम, बाबा परदेशी, राम साहू, कैलाश वैष्णव, किशन राय, गुरबाज सिंह, बिजेंद्र हल्दाना आदि मौजूद थे।