नियमित योग से दूर हो रहीं आंखों की बीमारियां, चश्मा भी हटा सकते हैं, आप भी करें...
कदम फाउंडेशन के अंबाला छावनी स्थित कार्यालय में संचालित होने वाले आंखों के योग क्लास में तीन शिफ्ट में शामिल होने वाले बच्चों से लेकर बड़ों की संख्या 130 हो चुकी है। इसके लिए कुशल योग शिक्षक समय पर आंखों के योग की क्लास ले रहें हैं।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अंबाला छावनी की कदम फाउंडेशन नेत्र रोग का समाधान नियमित योग की क्लास लागाकर दूर करा रहा है। फाउंडेशन की स्थापना भी इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हुई थी। फाउंडेशन के पदाधिकारियों की मानें तो अब तक 103 लोगों के आंख की प्रारंभिक बीमारियों को दूर कराया है। यह कार्य फाउंडेशन ने समय समय लगाए कैंप में आए लोगों को नियमित योग क्लास के माध्यम से कर दिखाया। अब अगर अंबाला छावनी से लेकर शहर में रहने वाले लोगों के बच्चों में आंख से संबंधित समस्या आने पर योग के क्लास में शामिल कराने की योजना पर कार्य चल रहा है। फिलहाल कदम फाउंडेशन के छावनी स्थित कार्यालय में संचालित होने वाले आंखों के योग क्लास में तीन शिफ्ट में शामिल होने वाले बच्चों से लेकर बड़ों की संख्या 130 हो चुकी है। इसके लिए कुशल योग शिक्षक समय पर आंखों के योग की क्लास ले रहे हैं।
आंखों के योग के फायदे
योग करने के बहुत से फायदे हैं। जैसे शरीर की किसी भी बीमारी को दूर करने में योग मददगार है। उसी तरह आंखों की कमजोर होती नजर हो या फिर कोई और तकलीफ जैसे आंखों से पानी आना, आंखें लाल हो जाना या फिर कोई अन्य बीमारी, इन सबमें योग करना फायदेमंद है।
प्रतिदिन करें अभ्यास
कंदम फाउंडेशन की चेयरपर्सन रेखा शर्मा बताती है कि कंप्यूटर या टीवी के सामने लंबे समय तक बैठे किसी में आंख की समस्या आ सकती है। योग नेत्रों के अभ्यास से प्रतिदिन अत्यधिक अभ्यास करें। एक कुर्सी पर या फर्श पर, या एक खड़ी स्थिति में बैठे। नेत्र व्यायाम भी मदद करते हैं मस्तिष्क गोलार्द्धों को संतुलित करने और मन को सामंजस्य बनाने के लिए। आंखें हमारी महत्वपूर्ण इंद्रियों में से एक हैं, इसीलिए इन्हें सुरक्षित रखना बहुत आवश्यक है। किन्तु यांत्रिक जीवनशैली ने बड़े ही नहीं, बच्चों की आंखों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। कुछ यौगिक क्रियाएं अपना कर हम इन्हें सुरक्षित रख सकते हैं। बता रहे हैं योगाचार्य कौशल कुमार
इन योग क्रियाओं से होगा फायदा
योग के नियमित अभ्यास एवं यौगिक जीवनशैली अपना कर आंखों की अधिकतर समस्याओं का समाधान आसानी से किया जा सकता है। योग की कुछ क्रियाएं अपना कर हम न केवल आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि आंखों पर लगे चश्मे को भी हटा सकते हैं।
क्रिया-1
पद्मासन, सिद्धासन, सुखासन या कुर्सी पर बैठ कर या सीधे खड़े होकर दायें हाथ को सामने की ओर सीधा फैला दें। इस हाथ की मुट्ठी बंद कर अंगूठे को ऊपर की ओर सीधा तान दें। अब दोनों आंखों को सामने के अंगूठे पर केन्द्रित करें। पलकों को बिना झपकाए आरामदायक अवधि तक अंगूठे पर केन्द्रित रखते हुए वापस पूर्व स्थिति में आएं। इस क्रिया का 2-3 बार अभ्यास करें।
क्रिया-2
ऊपर दिए आसनों में से किसी एक में बैठ कर अपने दोनों हाथों को कंधों की ऊंचाई तक अगल-बगल उठाएं। चेहरे को सामने की ओर स्थिर रखते हुए दोनों आंखों की पुतलियों को दाएं हाथ के अंगूठे की तरफ ले जाएं। इसके बाद दोनों आंखों की पुतलियों को बाएं हाथ के अंगूठे पर केन्द्रित करें। इसी प्रकार उन्हें बारी-बारी से दोनों अंगूठों पर घुमाएं। यह क्रिया 5-7 बार करें।
क्रिया-3
उपरोक्त में से किसी एक आसन में स्थिरतापूर्वक बैठ जाएं। चेहरे एवं सिर को पूर्णतया स्थिर रखते हुए आंख की पुतलियों को अधिकतम ऊपर ले जाएं। आंखों की पलकों को बिना झपकाए ऊपर की ओर देखें। पलकों को तब तक न झपकाएं, जब तक आंखों में जलन महसूस न होने लगे या उनसे पानी न निकलने लगे। यही क्रिया आंख की पुतलियों को दाएं-बाएं तथा नीचे की ओर रख कर भी करें और अपनी सुविधानुसार इसे तीन-चार बार करें।
क्रिया-4
उपर्युक्त वर्णित किसी भी आसन में बैठ कर दोनों हाथों की हथेलियों को अच्छी तरह से आपस में इतना रगड़ें कि हाथों में पर्याप्त गर्मी आ जाये। इसके बाद हथेलियों को बन्द आंखों पर कुछ देर तक रखें। इस समय बन्द आंखों से काले आसमान पर दृष्टि स्थिर रखें। कुछ देर बाद हथेलियों को आंखों से हटा कर नीचे रखें।