हादसों का GT Road, बेवजह मिल रहा अपनों के खोने का दर्द Panipat News
जीटी रोड में आए दिन कोई न कोई बड़ा हादसा होता रहता है। पांच माह में करीब 96 और तीन साल में 771 लोग अपनी जिंदगी गवां चुके हैं।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। नेशनल हाइवे-44 यानि जीटी रोड। वाहनों की बेतरतीब भागदौड़ का बड़ा हाइवे। पलक झपकते ही स्पीड पकडऩे वाले वाहन यहां कब हादसों की चपेट में आ जाएं, पता ही नहीं चलता। सरकारी आंकड़ा अगर सही मान लें तो पिछले पांच महीने में कुरुक्षेत्र की हद में करीब 40 किलोमीटर में आने वाले जीटी रोड पर 96 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं।
तीन साल में इस पर लापरवाही और ओवर स्पीड की वजह से 771 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दूरी में हर दो किलोमीटर पर एक डेथ प्वाइंट है। प्रशासन ने इसमें 19 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए हैं। पांच महीने में 314 वाहनों के ओवर स्पीड के चालान भी किए गए हैं। हादसों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत जिला स्तर पर सेफ्टी एक्शन प्लान तैयार करने का प्रशासनिक दावा तो है, लेकिन इसे अमल में लाने की सबसे बड़ी चुनौती भी है। कहा गया है कि इन ब्लैक स्पॉट पर फोकस रखकर 70 से 80 फीसदी सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का प्रयास किया जाएगा। सुरक्षित वाहन पॉलिसी पर चर्चा के लिए सोमवार को लघु सचिवालय में डीसी डॉ.एसएस फुलिया ने बैठक भी ली।
पिछले माह क्या-क्या किया
बैठक में एडीसी पार्थ गुप्ता ने पिछले माह इस पॉलिसी के तहत 99 बसों को चैक करने, सड़क सुरक्षा वाहन पॉलिसी के तहत लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों पर करवाए गए पैच वर्क के लिए एनएच 44 सहित अन्य सड़कों के एस्टीमेट तैयार करने, बडौंदा से लाडवा, एनएच 152 पिहोवा से कुरुक्षेत्र, पिपली से थर्ड गेट, शाहाबाद से अंबाला, लाडवा से पिपली सहित अन्य सड़कों पर फेंसिंग, सड़क मरम्मत और जेब्रा क्रॉसिंग के निशान अंकित करने के साथ-साथ कावड़ लाने के सीजन से पहले सड़कों के दोनों तरफ पेड़ों की छंटाई और झाडिय़ों को काटने का कार्य संबंधित विभागों द्वारा करवाने, सेक्टर सात व 10 के फुटपाथों पर झाडिय़ां काटने, सेक्टर सात रतगल गुरुद्वारे के सामने डस्टबीन रखवाने सहित अन्य गतिविधियों की रिपोर्ट कमेटी के सदस्यों के सामने प्रस्तुत की।
यह होगा एक्शन प्लान
डीसी ने कहा कि वन विभाग और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कावड़ के सीजन से पहले सड़कों के दोनों किनारों को दुरुस्त करना सुनिश्चित करेंगे। एडीसी पार्थ गुप्ता की अध्यक्षता में जिला रोड सेफ्टी एक्शन प्लान भी तैयार किया गया है। इसके तहत पिहोवा से ढांड रोड पर सड़क पर खड़े पानी, एमडीआर सड़क 119 पर सड़क किनारे पड़े रेत के कट्टे, एमडीआर 116 पर सड़कों पर हैजर्ड के चिन्ह लगाने, धुराला, गोगपुर, भूस्तला, सेक्टर 13 द्रोणाचार्य स्टेडियम के सामने, नए बस स्टैंड से सेक्टर 13 की तरफ आने वाले फुटपाथ, सेक्टर 13 वाली सड़क पर पक्के स्पीड ब्रेकर बनवाने तथा जिले के शहरों में नगर परिषद व नगर पालिका के अधिकारी एक सप्ताह के अंदर ट्रैफिक लाइटों को ठीक करवाएंगे। एसपी आस्था मोदी ने एनएचएआइ के अधिकारियों को निर्देश दिए कि करनाल से कुरुक्षेत्र और अंबाला की तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पक्की फेंसिंग करवाई जाए ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
सीसीटीवी लगवाएंगे
पिहोवा से कैथल रोड पर बैरिकेटिंग के साथ-साथ लोक निर्माण विभाग तथा एनएचएआइ विभाग के अधिकारियों द्वारा लोगों की सुविधा के लिए सामान लगवाया गया था, लेकिन शरारती तत्वों ने इस सरकारी संपत्ति की चोरी कर ली। डीसी ने संबंधित जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को निगरानी रखने के आदेश दिए हैं।
तीन साल में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 44 पर गवाइ 771 ने अपनी जान
सीनियर रोड सेफ्टी एसोसिएट अमन सिंह ने बताया कि पिछले तीन साल में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 44 पर 771 लोगों ने अपनी जान गंवा चुके हैं। अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुरुक्षेत्र की सीमा में चिन्हित किए गए 19 ब्लैक स्पॉट की रिपोर्ट राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को भेज दी गई है। इसके अलावा जिले में दूसरा बड़ा दुर्घटना संभावित मार्ग लाडवा-पिहोवा सड़क है। पिपली से लाडवा तक के क्षेत्र में अभी निर्माण कार्य चल रहा है। पिपली से थर्ड गेट तक सड़क का अभी निर्माण होना है। इस कार्य को पीडब्ल्यूडी की ओर से किया जाएगा। वहीं कुरुक्षेत्र थर्ड गेट से पिहोवा व चीका तक की सड़क भी खस्ताहाल होने लगी है। इस सड़क के बारे में भी रिपोर्ट तैयार की गई है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप