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National Highway पर हर पल गुजरती है मौत, इसी वजह से गई गोयल दंपती की जान

दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर ओवरलोड वाहन गुजरते रहते हैं। यहीं वजह है कि ओवरलोड ट्रॉली में गार्डर ठीक से नहीं बंधे थे। झटका लगते रस्सी खुल गई और हादसा हो गया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 04 Jun 2019 12:17 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2019 12:21 PM (IST)
National Highway पर हर पल गुजरती है मौत, इसी वजह से गई गोयल दंपती की जान
National Highway पर हर पल गुजरती है मौत, इसी वजह से गई गोयल दंपती की जान

पानीपत, जेएनएन। दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर हर पल मौत का खतरा मंडराता रहता है। रोजाना सैकड़ों ओवरलोड वाहन गुजरते हैं। कई तो ऐसे होते हैं, जिन पर लदे सरिया व गार्डर कई फुट तक बाहर निकले रहते हैं। ट्रॉली भी ओवरलोड थी। गार्डर ठीक से नहीं बंधे थे। झटका लगते ही गार्डर खुल गए और गोयल दंपति हादसे के शिकार हो गए। 

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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रॉली में लदा सामान ठीक तरीके से नहीं बंधा था। इसका डाला भी कमजोर था। सामान के भार से इसकी कुंडी खुल गई। इसी दौरान झटका लगने से रस्सी खुल गई और गार्डर सीधे पीछे आ रही कार का शीशा तोड़कर अंदर जा घुसे। 

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बेटी ने माता-पिता के साथ फोटो एक जून को ही एफबी पर पोस्ट की
बेटी गीतांजलि ने 28 मई और एक जून को 11:34 बजे रात को फेसबुक पर पोस्ट डाली। इसमें वह, उनके पिता गौरव गोयल और मां रंजना के साथ। वे किसी पर्यटन स्थल पर घूमते दिखाई दे रहे हैं। स्टेटस में गीतांजलि ने लिखा है कि लाइफ इज नाट ब्लैक एंड व्हाइट, इट्स ब्ल्यू एंड व्हाइट। 

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यहां से गुजरी थी ट्रॉली
हादसे से पहले ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली सेक्टर 11-12, सेक्टर-29 चौकी और ट्रैफिक पुलिस के पास से गुजरी, लेकिन किसी ने इसे रोकने का प्रयास नहीं किया।  

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ओवरलोड वाहन लील रहे लोगों की जिंदगी 
शहर में ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली, टैंपो और कैंटर दौड़ रहे हैं। ये वाहन हादसों का कारण बनकर लोगों की जिंदगी लील रहे हैं। इनके कारण हर साल करीब 100 लोगों की हादसे में मौत हो जाती है। सबसे बेपरवाह ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक होते हैं। इन वाहनों पर शटरिंग का सामान और सरिया लादकर ले जाया जाता है, लेकिन इस सामान पर न तो लाल रंग का कपड़ा बंधा होता है और न ही इसकी रस्सियां मजबूत होती हैं। ऐसे वाहन धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं। पर आरटीए और ट्रैफिक पुलिस को ये नजर ही नहीं आते। 

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रवि की हालत भी गंभीर
घायल मजदूर अर्जुन नगर के रवि ने बताया कि सेक्टर-25 में इंद्रजीत की शटरिंग के सामान की दुकान है। दुकान से ट्रैक्टर-ट्रॉली में गार्डर व लोहे की प्लेटें लादकर करनाल के कोहंड ले जा रहे थे। ट्रैक्टर सतीश चला रहा था और वह ट्रॉली में पीछे की तरफ बैठा था। गार्डर गिरने से वह भी सड़क पर गिर गया। उसकी टांग टूट गई। 

दो थानों की पुलिस आरोपित चालक को नहीं पकड़ पाई 
आरोपित ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक सतीश हादसे के बाद डेढ़ किलोमीटर फ्लाईओवर को पार कर टोल प्लाजा के पास से आसानी से भाग गया। आरोपित को थाना शहर, सेक्टर 13-17 थाना और बाबरपुर ट्रैफिक थाना पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई।

शहर भी सुरक्षित नहीं
शहर के अंदर भी भैंसा बुग्गी और सामान ढोने के रिक्शा पर भी सरिया ढोया जाता है। हर रोज हजारों वाहन चालकों को ऐसे रिक्शों, रेहडिय़ों, ट्रैक्टर-ट्रॉली, ट्रक, ऑटो आदि से बचकर गुजरना पड़ता है, जिन पर सरिया, पाइप और लोहे के अन्य नुकीले सामान बाहर तक निकले होते हैं। 

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