अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 की हर शाम होगी शानदार, जानिए कौन-कौन कलाकार आएंगे
Gita Jayanti Mahotsav 2021 Kurukshetra धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शानदार आगाज हो गया है। ब्रह्मसरोवर पर लगने वाले सरस मेले का कंवरपाल गुर्जर ने किया उद्घाटन। सरकार ने हथनीकुंड व तिलहार को एडवेंचर्स के लिए किया चिह्नित।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 का वीरवार को सरस और शिल्प मेले के साथ आगाज हो गया। राष्ट्रीय व राज्य पुरस्कार प्राप्त सहित प्रदेश व देशभर से करीब चार सौ शिल्पकार शामिल हुए। रंगीन लाइटों से सजा ब्रह्मसरोवर पहले दिन ही महोत्सव के रंग में नजर आया। सांध्यकालीन आरती में धर्मनगरी गूंज उठी।
मुख्यातिथि प्रदेश के पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने शाम को महोत्सव का शुभारंभ किया। आचार्य नरेश कौशिक की अगुवाई में 21 ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चारण और शंखनाद किया। इसके बाद सरोवर पर मीडिया सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र एक पावन और ऐतिहासिक धरा है। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को नया रूप दिया जा रहा है। पिछले दिनों कोरोना के चलते इसमें कुछ ब्रेक लग गए थे। अब इसमें तेजी लाई जा रही है। कुरुक्षेत्र की भूमि के कण-कण में पर्यटन की तस्वीर को देखा जा सकता
है। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जा रहा है। सरकार की होम स्टे पालिसी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे रोजगार के अवसर मिलेंगे। मोरनी हिल की तर्ज पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यमुनानगर के हथनी कुंड व तिलहार में एडवेंचर्स इवेंट शुरू किए जाएंगे।
पद्मश्री लोक गायिका मालिनी अवस्थी और शेखर सेन होंगे आकर्षण का केंद्र
कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग ने गीता महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों और कलाकारों का शेड्यूल घोषित कर दिया है। हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने बताया कि 19 दिसंबर तक सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे। मुख्य आयोजन नौ से 14 दिसंबर तक होंगे। पुरुषोत्तमपुरा बाग ब्रह्मसरोवर पर नार्थ जोन कल्चरल सेंटर और हरियाणा पैवेलियन लगाया जाएगा। हरियाण पैवेलियन में हरियाणवी संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रम कराए जाएंगे। इसमें तीन हजार के करीब कलाकारों को मंच दिया जाएगा। नार्थ जोन कल्चरल सेंटर के मंच पर विभिन्न प्रदेशों के कलाकार प्रस्तुति देंगे।
नौ दिसंबर को पदमश्री मालिनी अवस्थी भक्ति रस पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगी। 10 दिसंबर को बाबा मोर्या देशभक्ति की प्रस्तुति देंगे। जिसमें संगीत, अभिनय और चित्रकारी का मिलाजुला संगम देखने को मिलेगा। 11 को सुप्रसिद्ध कलाकार शेखर सेन की संगीतमय नाट््य प्रस्तुति सूरदास का मंचन किया जाएगा। 12 को हरियाणवी नाइट में गायक गजेंद्र फौगाट व लोक कलाकार महाबीर गुड्डू अपनी प्रस्तुति देंगे। 13 को भजन संध्या में चित्र-विचित्र भजनों का रसपान करवाएंगे। 14 दिसंबर को अंतिम दिन कवि सम्मेलन होगा। जिसमें हरिओम पवार, मनवीर मधुर, दिनेश रघुवंशी, अनिल आर्य और प्रीति अग्रवाल वीर रस का काव्य पाठ करेंगे।