जींद के कोविड सेंटर में दारू के जाम छलका रहे थे कर्मचारी, कैमरे देख भागे
जींद के मलेरिया कार्यालय में बनाए गए कोविड सेंटर यानि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। शाम होते ही यहां शराब के जाम छलकने लग जाते हैं।
जींद, जेएनएन। कोरोना काल में कोई कोरोना योद्धा बना तो कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस शब्द को सही से समझ ही नहीं पाए। जींद में भी एक ऐसा ही वाकया हुआ है। मगर इसकी किसी ने सुध नहीं ली थी। कोरोना को हराने के लिए नागरिक अस्पताल परिसर स्थित मलेरिया कार्यालय में बनाए गए कोविड सेंटर यानि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। शाम होते ही यहां शराब के जाम छलकने लग जाते हैं। दफ्तर के अंदर ही कर्मचारी देर रात तक शराब पीते हैं। बुधवार रात भी पांच कर्मचारी दफ्तर के अंदर ही जाम छलका रहे थे।
इसकी भनक पुलिस व मीडिया कर्मियों को लग गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही कर्मचारी शराब की बोतल व खाने का सामान कार्यालय में छोड़कर फरार हो गए। वहां से भाग रहे कर्मचारी मीडिया के कमरों में कैद हो गए। सिविल लाइन पुलिस ने कार्यालय के अंदर से कुर्सी पर रखी शराब की बोतल, शराब से भरे हुए गिलास व खाने के सामान को कब्जे में ले लिया। मामला डीसी डा. आदित्य दहिया सहित सीनियर अधिकारियों के पास पहुंचा तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
--जिसके दफ्तर में पी रहे थे शराब, उसे सौंपी जांच
जिस कोविड सेंटर में बैठकर कर्मचारी दारू पी रहे थे, सीएमओ डा. मनजीत ङ्क्षसह ने उसी के इंचार्ज डा. पालेराम कटारिया को ही मामले की जांच सौंप दी गई। कोविड सेंटर में तैनात स्वास्थ्य सहायक सुशील ने पूछताछ में बताया कि कर्मचारी अक्सर काम करने के बहाने रात को करीब 11 बजे तक कार्यालय के अंदर एसी रूम में शराब के जाम छलकने लगते हैं। प्रतिदिन ऐसा ही होता है। आज केवल शराब पी रहे थे और दिन तो शराब के साथ मुर्गा भी खाते थे। इन कर्मचारियों की हरकत से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी परेशान रहते हैं।