हरियाणा में महाविद्यालयों की पढ़ाई पटरी पर लाने की कवायद, परीक्षाओं और दाखिलों की तैयारी
हरियाणा में महाविद्यालयों की पढ़ाई को पटरी पर लाने की कवायद की जा रही है। महाविद्यालयों में परीक्षाओं और दाखिले की तैयारी की जा रही है। अक्टूबर तक महाविद्यालयों में दाखिले और नए सत्र के विद्यार्थियों को जनवरी में पढ़ाई शुरू करवाई गई।
करनाल, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी की घोषणा के बाद से प्रदेश भर में शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाई प्रभावित हुई है। उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश भर के महाविद्यालयों में दो साल से वार्षिक परीक्षाएं और दाखिलों के बिगड़े शेड्यूल काे पटरी लाने की कवायद है।
अक्टूबर तक महाविद्यालयों में दाखिले और नए सत्र के विद्यार्थियों को जनवरी में पढ़ाई शुरू करवाई गई। बंद के चलते विद्यार्थियों को घर बैठे पढ़ाई करनी पड़ी और वार्षिक परीक्षाओं में देरी महाविद्यालय प्रबंधकों के लिए व्यवस्था बनाने में परेशानी बनी रही।
16 जून से होंगी स्नातक छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अंतर्गत महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में अगले सत्र में प्रवेश परीक्षा को देखते हुए स्नातक छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं 16 जून से करवाने का फैसला लिया है। दो साल बाद परीक्षाएं आफलाइन माध्यम से ली जाएंगी। इन परीक्षाओं के जल्द किए जाने पर अब विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में आवेदन करने में आसानी होगी। जारी शेड्यूल के अनुसार परीक्षाओं में बीए, बीएससी, बीए आनर्स, बीएससी, बीकाम, बीकाम, बीसीए, बीबीए, बीएससी आइटी, बीएससी, हेल्थ एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स, बीएससी फैशन डिजाइनिंग, बीएससी होम साइंस छठा सेमेस्टर शामिल हैं।
बिगड़े शेड्यूल में इस बार सुधार की उम्मीद
सेक्टर-14 राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्य डा. रेखा शर्मा ने बताया कि कोरोना के कारण महाविद्यालयों में दो साल से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। इसके चलते दाखिलों का समय भी काफी आगे सरक गया और नए सत्र की स्टडी करवाने में शिक्षकों को मशक्कत करनी पड़ी। उम्मीद है इस वर्ष महाविद्यालयों में वार्षिक परीक्षाओं के साथ-साथ दाखिले भी समय से करवाए जा सकेंगे।
जून में पोर्टल ओपन होने की उम्मीद
जून माह से परीक्षाओं के साथ ही दाखिले के लिए पोर्टल ओपन होने की उम्मीद है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अंतर्गत महाविद्यालयों में कोरोना के कारण दो साल पढ़ाई प्रभावित रही है और विद्यार्थियों को देरी से पेपर देने पड़े। इस बार नए सत्र में पहले की तरह समय से पढ़ाई शुरू करवाए जाने की उम्मीद है।