Gita Jayanti Mahotsav 2021: गीता जयंती महोत्सव में गीता द्वार की सुंदरता पर ग्रहण, जानिए पूरा मामला
गीता जयंती महोत्सव चल रहा है। देश विदेश से लोग आ रहे हैं। वहीं गीता द्वार की सुंंदरता पर ग्रहण लग रहा है। अधिकारी भी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। आकर्षण के लिए लगाए गए फव्वारे बड़े-बड़े फ्लैक्स के आगे नहीं दिख रहे हैं।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को यादगार बनाने के लिए पिपली में गीता द्वार के समीप लोक निर्माण विभाग ने फव्वारे लगाए गए हैं। प्रशासन का गीता द्वार के पास फव्वारे लगाने का मुख्य मकसद धर्मनगरी में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को धर्मनगरी के प्रति आकर्षित करना था, मगर इन फव्वारे के चारों ओर लगे बड़े-बड़े फ्लैक्स ने इन पर ग्रहण लगा दिया है। इन फव्वारों का उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव शुरू होने पर किया जाना था। ऐसे में फव्वारे फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं।
पिपली में गीता द्वार के समीप धर्मनगरी में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए फव्वारे लगाए गए थे। गीता महोत्सव से कुछ दिन पहले इन फव्वारों को चलाया गया और बंद कर दिया। अब अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव शुरू हुआ तो ये फव्वारे भी चलने शुरू हो गए थे। अब जहां फव्वारे बन कर तैयार हैं और इन्हें शुरू भी कर दिया गया है, लेकिन इन फव्वारों के चारों ओर सरकारी कर्मचारियों ने बड़े बड़े फ्लैक्स लगा दिए हैं, जिसके चलते चल रहे फव्वारे लोगों को नजर ही नहीं आते। वहां से गुजर रहा प्रत्येक व्यक्ति फव्वारों के चारों ओर लगे फ्लैक्स को देखकर चर्चा किए बिना नहीं रहता और उनके मुंह से स्वाभाविक रूप से यही बात निकलती है कि प्रशासन बेवजह पैसे बर्बाद कर रहा है। लोगों का कहना है कि जब चलते फव्वारे धर्मनगरी में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को दिखाने ही नहीं थे तो ऐसे में इनका यहां बनाने का कोई औचित्य नहीं था।
फ्लेक्स लगाया जाना गलत : नरेंद्र पाल मलिक
उपमंडल अधिकारी नरेंद्र पाल मलिक का कहना है कि फव्वारों के चारों ओर फ्लेक्स लगाया जाना गलत है। उनके संज्ञान में ये मामला नहीं था। अगर ऐसा है तो जल्द ही वहां से फ्लेक्स को हटाया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे।