हशविप्रा के आठ आवासीय, 20 कामर्शियल प्लाट की छह अगस्त को ई-नीलामी
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(हशविप्रा) छह अगस्त को 28 प्लाट की ई आक्शन की जाएगी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(हशविप्रा) छह अगस्त को 28 प्लाट की ई-नीलामी करेगा। इनमें आठ आवासीय प्लाट हैं। हर माह प्लाट्स की नीलामी होगी। यह सिलसिला छह माह तक चलेगा। कामर्शियल प्लाट्स पर अधिक फोकस रहेगा। ई-नीलामी में सबसे अधिक बोली लगाने वाले व्यक्ति को बेस प्राइस की 20 फीसद राशि बतौर बयाना जमा करानी होगी। उधर, कम प्लाट की नीलामी होने के कारण सेक्टरों में रेट आसमान छू रहे हैं। इन आवासीय प्लाट की होगी ई-नीलामी सेक्टर प्लाट संख्या साइज वर्ग मीटर बेस प्राइस
सेक्टर-7 527 144.00 28 लाख 48 हजार
सेक्टर-8 900 ई और एफ 210.10 41 लाख 55 हजार 200
सेक्टर 13-17 860, 862, 865, 868 209.00 60 लाख 78 हजार 900
सेक्टर-24 ग्रुप-1 490 431.20 85 लाख 54 हजार
सेक्टर-24 470 पी 435.40 95 लाख 23 हजार 300
सेक्टर-24 1499 पी 310.50 67 लाख 91 हजार 500
सेक्टर-24 1483पी, 1492पी, 1493पी 299.00 65 लाख 39 हजार 900
सेक्टर-40 264, 272, 273 213.40 42 लाख 62 हजार 600 इन कामर्शियल प्लाट की होगी ई-नीलामी :
सेक्टर प्लाट संख्या साइज वर्ग मीटर बेस प्राइस
सेक्टर-6 102 22.69 13 लाख 23 हजार
सेक्टर-12 77,78,79,85,88 22.6875 24 लाख 1400
सेक्टर 13-17 136 से 139 तक 22.6875 13 लाख 22 हजार 800
सेक्टर 13-17,ग्रुप-2 206 22.69 13 लाख 23 हजार
सेक्टर 18 ग्रुप-1 52, 56 75.63 39 लाख 95 हजार 100 इसलिए आसमान छू रहे सेक्टरों में रेट
हशविप्रा के सेक्टर 6, 7, 8, 12, 13-17, 24, सेक्टर-25 और सेक्टर-40 में 500 से अधिक प्लाट नीलामी का इंतजार कर रहे हैं। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय तक नीलामी नहीं हुई। अब होनी शुरू हुई है लेकिन बहुत कम प्लाट को नीलामी में शामिल किया जाता है। नतीजा, प्लाट कम और खरीदने वाले अधिक। बोली की रकम बहुत ऊपर जाती है। इसी कारण आसपास रि-सेल होने वाले प्लाट के दाम भी आसमान छू जाते हैं। सेक्टर वासियों के मुताबिक नीलामी में अधिक प्लाट शामिल किए जाएं तो बोली इतनी ऊंचाई तक नहीं पहुंचेगी। अधिक राजस्व हमारा उद्देश्य :
हशविप्रा की संपदा अधिकारी अनुपमा मलिक ने बताया कि अब हर माह नीलामी होगी। सेक्टरों में रेट बढ़ने का मुख्य कारण आसानी से होम लोन मिलना है। इसके अलावा सेक्टरों में सड़क, सीवर, बिजली, पार्क की सुविधाएं भी बेहतर हैं। प्राधिकरण का काम अधिकाधिक राजस्व वसूली भी है।