डीएसपी अहलावत को हाई कोर्ट से अंतरिम अग्रिम जमानत
डीएसपी नरेश अहलावत को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से अंतरिम अग्रिम जमानत मिल गई है। ये जमानत उन्हें अगली तारीख एक नवंबर तक मिली है। डीएसपी अहलावत पर आरोप है कि सात करोड़ की ठगी के मामले में आठ साल से फरार आरोपित सतकरतार कॉलोनी की पूनम पुरी को लोअर कोर्ट से दो घंटे में जमानत मिली गई थी, क्योंकि उन्होंने महिला को जांच में शामिल करने के बाद रिमांड नहीं मांगा था और न ही जेल भिजवाने की सिफारिश की थी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : डीएसपी नरेश अहलावत को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से अंतरिम अग्रिम जमानत मिल गई है। ये जमानत उन्हें अगली तारीख एक नवंबर तक मिली है। डीएसपी अहलावत पर आरोप है कि सात करोड़ की ठगी के मामले में आठ साल से फरार आरोपित सतकरतार कॉलोनी की पूनम पुरी को लोअर कोर्ट से दो घंटे में जमानत मिली गई थी, क्योंकि उन्होंने महिला को जांच में शामिल करने के बाद रिमांड नहीं मांगा था और न ही जेल भिजवाने की सिफारिश की थी। ठगी के मामले की जांच क्राइम ब्रांच करनाल कर रही है।
उधर, डीएसपी अहलावत के वकील ने हरियाणा मानवाधिकार आयोग में भी एक याचिका दायर की है कि अहलावत के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करके मानवाधिकारों का हनन किया गया है। इसमें डीजीपी बीएस संधू और एडीजीपी नवदीप ¨सह विर्क को बुधवार के लिए नोटिस जारी किया है।
मॉडल टाउन के ओल्ड इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित एचपीसीएल (हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड) के रीजनल कार्यालय में प्रवीन पुष्कर रीजनल मैनेजर, अकाउंटेंट पूनम पुरी, सहायक क्लर्क राजीव पुरी और गैस एजेंसी मालिक मॉडल टाउन के नितिन शर्मा के खिलाफ सात करोड़ से ज्यादा की ठगी का मामला रीजनल मैनेजर संजय कौशिक ने थाना मॉडल टाउन में कराया था। इसमें उक्त तीनों आरोपित जेल गए थे, लेकिन पूनम फरार चल रही थी। पूनम को लोअर कोर्ट से जमानत मिल गई। इसकी शिकायत नितिन शर्मा ने करनाल रेंज के एडीजीपी नवदीप सिंह विर्क को कर दी। इसके बाद थाना शहर पुलिस ने तत्कालीन समालखा के डीएसपी नरेश अहलावत और पूनम पुरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।