जेवर एयरपोर्ट से होगी सपनों की उड़ान, जानिये क्यों पानीपत भी मांग रहा ऐसा आसमान
उत्तर प्रदेश के जेवर में एयरपोर्ट का आज पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे। यह भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। पानीपत के कारोबारियों का कहना है अगर पानीपत में एयरपोर्ट बने तो एनसीआर क्षेत्र में एयर ट्रैफिक और सुगम होगा। कारोबार बढ़ेगा। बाहर से आयातक पानीपत में आ सकेंगे।
पानीपत, जागरण संवाददाता। दिल्ली के नजदीक जेवर कस्बे में जेवर एयरपोर्ट बनने जा रहा है। इस एयरपोर्ट के बनने से दिल्ली एयरपोर्ट की तरफ ट्रैफिक कम हो जाएगा। पानीपत से भी कारोबारी और बाहर जाने वाले लोग इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस एयरपोर्ट से सितंबर 2024 में फ्लाइट शुरू हो जाएगी। जेवर एयरपोर्ट के साथ ही पानीपत में भी एयरपोर्ट होना चाहिए, इसकी चर्चा शुरू हो गई है।
दरअसल, पानीपत टेक्सटाइल सिटी के नाम से मशहूर है। यहां से हर साल बीस हजार करोड़ का केवल टेक्सटाइल निर्यात होता है। यहां के कारोबारी जर्मनी, यूरोप, यूएसए जाते हैं। इसके अलावा आस्ट्रेलिया में भी बड़ा कारोबार होता है। कारोबारियों का कहना है कि पानीपत में एयरपोर्ट बनाया जाना चाहिए। इससे यहां के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। एक तो दिल्ली तक नहीं जाना पड़ेगा, दूसरा जो बायर सीधे पानीपत आना चाहते हैं, वे आ सकेंगे। दिल्ली में टेक्सटाइल निर्यात करने वालों के कार्यालय हैं। अगर पानीपत में एयरपोर्ट बनता है तो ये कार्यालय पानीपत में बनेंगे। इससे पानीपत का विकास और होगा।
आने वाले सालों के लिए एयरपोर्ट है जरूरी
पानीपत से रोजाना कारोबारी एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं। आने वाले पांच साल में देखें तो रोजाना पानीपत से ही आठ से दस हजार यात्री ऐसे होंगे, जो प्लेन में सफर करना चाहेंगे। अगर उनके पास पानीपत में ही एयरपोर्ट की सुविधा होगी तो सफर आसान हो सकेगा। कारोबार की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। वैसे सांसद संजय भाटिया ने वादा किया है कि पानीपत या करनाल में एयरपोर्ट बनाया जाएगा। करनाल में डोमेस्टिक एयरपोर्ट की तैयारी चल रही है।
ऐसा होगा जेवर एयरपोर्ट
दुनिया का चौथे नंबर का एयरपोर्ट हो जाएगा जेवर एयरपोर्ट। अभी दिल्ली का एयरपोर्ट क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। लेकिन जेवर एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट हो जाएगा। यहां 179 विमान खड़े हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश का यह एयरपोर्ट करीब पांच हजार 845 हेक्टेयर में बन रहा है। सात गांवों की जमीन पर बन रहा है एयरपोर्ट। दिल्ली का एयरपोर्ट 2066 हेक्टेयर में बना हुआ है।