डोर-टू-डोर तलाशे जाएंगे टीबी के मरीज, 19 से अभियान
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 दिवसीय अभियान चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीमें जिले में घर-घर जाकर टीबी मरीजों को चिह्नित करेंगी। आशंकित मरीजों को जांच के लिए सिविल अस्पताल भेजेंगी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 दिवसीय अभियान चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीमें जिले में घर-घर जाकर टीबी मरीजों को चिह्नित करेंगी। आशंकित मरीजों को जांच के लिए सिविल अस्पताल भेजेंगी। अभियान 19 अक्टूबर से दो नवंबर तक चलाया जाएगा।
टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 तक भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अभियान में कोताही न बरती जाए। एक्टिव व आशंकित मरीजों को जांच के लिए सिविल अस्पताल के ओपीडी ब्लाक के प्रथम तल पर बनी विशेष ओपीडी में भेजें। कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डा. सुधीर बतरा ने बैठक में प्लान साझा किया।
उन्होंने बताया कि एक पखवाड़े चलने वाले अभियान में आशा वर्कर, गांव या कालोनी का जिम्मेदार व्यक्ति, एएनएम, बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी और प्रोग्राम के सुपरवाइजर आदि अपना योगदान देंगे। टीबी प्रभावित लोगों में मुख्य लक्षण :
-दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी।
-दो हफ्ते से अधिक समय से बुखार।
-बलगम और खून का आना।
-लगातार वजन घटना, थकान व कमजोरी।
-भूख नहीं लगना, रात को अधिक पसीना आना। ये बरतें सावधानी :
-धूम्रपान व शराब का सेवन न करें।
-धूल व धुंआ वाले वातावरण से बचें।
-रोग होने पर मुंह को रुमाल से ढंकें।
-खांसते-छींकते समय मुंह नाक को ढकें।
-8-9 माह तक निरंतर इलाज कराएं।
-डाइट चार्ट के मुताबिक भोजन का सेवन करें।