बदमाशों से लड़कर 'भगवान' ने बचाई जान, वरना होती अनहोनी
पानीपत के सेक्टर छह से कुछ बदमाश एक बच्चे का अपहरण कर रहे थे, तभी एक डॉक्टर ने सजगता दिखाते हुए उनसे भिड़ गया। अगर डॉक्टर ऐसा न करते तो अंजाम कुछ और ही होता।
पानीपत, जेएनएन। अक्सर हॉस्पिटल में मरीजों की जान बचाते धरती के भगवान जूझते रहते हैं। लेकिन इस धरती के भगवान की सजगता से हॉस्पिटल के बाहर एक बच्चे की जान बची। डॉक्टर अपहरणकर्ताओं के सामने खड़ा हो गया। बदमाश ने डॉक्टर के इस हौसले को देख बदमाश बच्चे को बेहोशी की हालत में छोड़कर भाग निकले। जानिए आखिर ऐसा क्या हुआ।
सेक्टर छह फाटक के पास शनिवार रात को तीन युवक संदिग्ध हालत में खड़े थे। इस दौरान सेक्टरवासी डॉ. विकास को आता देख तीनों एक दस वर्षीय छात्र को बेसुध हालत में छोड़कर फरार हो गए। डॉ. विकास ने छात्र का उपचार किया। रात एक बजे होश आया तो बच्चे ने अपहरण की जानकारी दी। रविवार सुबह डॉक्टर ने उसे घर पहुंचाया।
दुकान के सामने खेलते वक्त किया अपहरण
चौथी कक्षा के छात्र साहिल उर्फ गोलू ने बताया कि उसके पिता रमेश गढ़ी-सिकंदरपुर रोड स्थित एशियन कारपेट फैक्ट्री में चौकीदार हैं। 15 दिसंबर को वह फैक्ट्री के निकट चाय की दुकान के सामने खेल रहा था। तभी युवकों ने उसकी बाजू पकड़ कर उसे बाइक पर बैठा लिया। आरोपितों ने उसे नशीला पदार्थ सूंघा दिया।
बच्चे को देखकर हुआ शक
डॉ. विकास ने बताया कि वह रात लगभग 11:30 बजे किसी काम से घर से बाहर निकला था। तभी तीन युवक बाइक लेकर खड़े दिखे। तभी उसकी नजर जमीन पर पड़े बच्चे पर गई। उसने युवकों को आवाज लगाकर वहां खड़े होने का कारण पूछा तो आरोपित बच्चे को छोड़ भाग गए।
परिजनों ने देर शाम तक की तलाश
वहीं, बच्चे के पिता रमेश ने बताया कि शाम सात बजे तक भी बेटा घर नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश शुरू कर दी। मॉडल टाउन थाना पुलिस को मामले से अवगत कराया। थाना मॉडल टाउन प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि बच्चे की गुमशुदगी का केस दर्ज कर लिया गया था। अब पीडि़त ने अपहरण की बात कही है। आरोपितों की तलाश जारी है।