कमजोर मत समझना, 54 फीसद महिलाएं यूं करती हैं मतदान
सर्वे में ये निकला निष्कर्ष। अपनी मर्जी से करती हैं मतदान। पति की मर्जी यहां कम ही चलती है। परिवार की मर्जी का थोड़ा असर। वार्ड की महिलाओं से जानी मन की बात। 25 सौ महिलाओं को शामिल किया सर्वे में।
पानीपत, जेएनएन। प्रत्याशियों के लुभावने वादों और किसी दबाव में न आकर महिलाएं अब मतदान करेंगी। 54 प्रतिशत महिलाएं इस बार निगम चुनाव में अपने विवेक से मतदान करेंगी। दैनिक जागरण के 30 से 48 साल तक की उम्र की महिलाओं पर किए सर्वे में यह तथ्य निकलकर सामने आया। सर्वे में 2500 महिलाओं को शामिल किया गया। यह सभी महिलाएं पढ़ी-लिखी हैं। चुनाव में वोट किसे देना और यह कैसे तय करती हैं? इस सवाल के जवाब में महिलाओं ने कहा कि वे उसी को वोट देंगी, जो काबिल होगा। किसी के कहने पर या दबाव में आकर वे मतदान नहीं करेंगी, क्योंकि दबाव वाले नेता पर उन्हें भरोसा नहीं है। और बड़े वादे करने वाले नेता का भी उसकी बातों से पता चल जाता है। सर्वे में निकलकर सामने आया है कि 41 प्रतिशत महिलाएं पति या परिवार के कहने पर मतदान करेंगी।
पति और परिवार क्यों?
सर्वे में शामिल 20 फीसद महिलाओं ने दैनिक जागरण के सवाल पर कहा कि पति के कहने पर तय करती हैं कि किसके पक्ष में वोट करना है। जबकि 21 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि वे वोट परिवार के सदस्यों के कहने पर देंगी, क्योंकि उन्हें नेताओं पर नहीं परिवार पर भरोसा है। परिवार के सदस्य उसी को ही चुनने के लिए कहेंगे, जो सही होगा।
पांच फीसद सखियों से चर्चा के बाद करती हैं तय
सर्वे में एक रोचक तथ्य यह भी सामने आया है कि पांच फीसद महिलाओं को नेताओं के अलावा अपने पति या परिवार के सदस्यों पर भी भरोसा नहीं है। किसके पक्ष में चुनाव करना है? यह वे अपनी सहेलियों या अपने ग्रुप से चर्चा कर तय करती हैं। इस बार भी वह अपने ग्रुप सर्कल में इस विषय पर चर्चा कर रही हैं।