Move to Jagran APP

तरबूज के लाल रंग पर न जाएं, खाने से पहले इन बातों का ध्‍यान रखें और कर लें जांच

रंग आकर्षित तो करता है लेकिन ये आपकी सेहत को खराब भी कर सकता है। इसलिए खरीदने से पहले जांच-परख लें कि कहीं इसमें केमिकल तो नहीं मिला।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 01:07 PM (IST)Updated: Mon, 20 May 2019 10:54 AM (IST)
तरबूज के लाल रंग पर न जाएं, खाने से पहले इन बातों का ध्‍यान रखें और कर लें जांच
तरबूज के लाल रंग पर न जाएं, खाने से पहले इन बातों का ध्‍यान रखें और कर लें जांच

पानीपत, जेएनएन। सड़कों किनारे सुर्ख लाल रंग के तरबूज आपको जरूर आकर्षित करते होंगे। पर इन्‍हें खरीदने से पहले सावधान हो जाएं। कहीं केमिकल रंग से रंगा हुआ तरबूज खाकर अपनी सेहत न खराब कर लें। चिकित्सक भी कह रहे हैं कि तरबूज खरीदते समय उसके लाल सुर्ख रंग पर कतई न जाएं। पहले उन्हें अपनी समझ से इस बात का आकलन करना चाहिए कि जिस फल को वे खरीद रहे हैं, वह कहीं कृत्रिम रूप से पकाया हुआ तो नहीं। 

loksabha election banner

केमिकल युक्त रंग का खाद्य पदार्थ सेवन करने से हो सकती है कई बीमारियां 
कुरुक्षेत्र, एलएनजेपी अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. संदीप कादियान ने बताया कि सुर्ख लाल रंग के दिखने वाले तरबूज में केमिकल से तैयार कृत्रिम रंग भी भरा जा सकता है। कुछ लोग इंजेक्शन द्वारा केमिकल के लाल रंग को तरबूज में डाल देते हैं, जिससे वह लाल रंग का नजर आता है। बर्फ के गोले में भी इसी तरह के रंग डाले जाते हैं, जिससे पेट के संक्रमण होने के साथ-साथ हिमोडैमेज, खून से होने वाली बीमारियां और यहां तक कि लंबे समय तक सेवन करने से कैंसर भी हो सकता है। इसकी वजह से दौरा पडऩे तक की नौबत आ सकती है। ऐसे में जांच के बाद ही इसे खरीदे। 

watemelon.jpg

इस तरह पकाते हैं 
जल्‍द पकाने के लिए ऑक्सिटॉक्सिन हार्मोन का उपयोग किया जाता है। इससे इनका साइज बढ़ जाता है। कुछ फल तो सात से दस किलो तक हो जाते हैं। मिठास बढ़ाने के लिए सोडियम सैंकरीन, सिंथेटिक रंग मिलाया जाता है। 

इस तरह से पहचानें और ये करें 

  • प्राकृतिक रंग कई जगह से कम तो कई जगह से ज्यादा होता है। 
  • अगर तरबूज काटने के बाद बीच के हिस्से को हाथ रगड़ेंगे तो उसका रंग हाथ पर ही छूट जाएगा, जबकि प्राकृतिक रंग हाथ पर अपना कम असर दिखाएगा। 
  • इसके मोटे छिलके के अंदरूनी हिस्से का रंग सफेद या हरा हो तो यह प्राकृतिक रूप से पका होगा। वहां भी लाल रंग दिखे तो इसका मतलब है कि रंग मिलाया गया है। 
  • तरबूज को 10-15 मिनट तक पानी में डुबोकर रखें। केमिकल धुल जाएंगे। पर अंदरुनी केमिकल तो बाहर नहीं आ पाएगा। हां, खतरा जरूर कम हो जाएगा। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.