Move to Jagran APP

कांग्रेस समर्थित पार्षद के प्रभावी क्षेत्र के विकास नगर और नांगलखेड़ी की 5200 वोट निगम में नहीं जोड़ी

पानीपत नगर निगम की वार्डबंदी के बाद अब वार्डों के वोट तय करते ही विवादों के घेरे में आ गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Aug 2018 09:26 AM (IST)Updated: Wed, 15 Aug 2018 09:26 AM (IST)
कांग्रेस समर्थित पार्षद के प्रभावी क्षेत्र के विकास नगर और नांगलखेड़ी की 5200 वोट निगम में नहीं जोड़ी
कांग्रेस समर्थित पार्षद के प्रभावी क्षेत्र के विकास नगर और नांगलखेड़ी की 5200 वोट निगम में नहीं जोड़ी

जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम की वार्डबंदी के बाद अब वार्डों के वोट तय करते ही विवाद छिड़ गया है। नई वार्डबंदी में कांग्रेस समर्थित निवर्तमान पार्षद मंजू कादियान के वार्ड-14 से बनाए वार्ड-16 के साथ लगते 5200 वोट उनके वार्ड में नहीं जोड़े गए। उन्होंने इसको भाजपा का खेल बताया है।

loksabha election banner

मंजू कादियान के पति रामचंद्र कादियान ने मंगलवार को संशोधन अधिकारी एवं एडीसी और शुगर मिल के एमडी बीर¨सह के सामने पेश होकर आपत्ति दर्ज कराई।

------

अनदेखी पर रोष

वार्डवासी पालाराम, दिनेश यादव, रामनिवास, हरपाल शर्मा, संदीप ¨सह, ¨रकू और कुवेश्वर ने कहा कि नांगल खेड़ी और विकास नगर के 5200 वोट वार्ड-16 की मतदाता सूची में शामिल नहीं किये। इन मतदाताओं को ग्राम पंचायत नांगल खेड़ी का हिस्सा बताया गया है, जबकि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में उनको नगर निगम क्षेत्र के वोटर बताकर बाहर कर दिया था। अधिकारियों की अनदेखी के चलते उनको पंचायती राज संस्थाओं और नगर निगम के चुनावों में मतदान से वंचित किया गया है। वे केवल विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में वोट डाल पाते हैं।

-------

इन क्षेत्रों के इतने वोट प्रभावित

विकास नगर और खेड़ी नांगल की मतदाता सूची के तीन भागों के 5200 वोट पीछे किए गए हैं। इसमें भाग नंबर-154 में वोट नंबर एक से आठ और वोट नंबर 59 से 1442 तक शामिल हैं। भाग नंबर 155 में वोट नंबर 1 से 1133 तक और भाग नंबर 156 में वोट नंबर 1 से 1156 तक नहीं जोड़े गए।

------

निवर्तमान पार्षद के पति बोले- भाजपा के इशारे पर हो रहा

वार्ड-14 की निवर्तमान पार्षद मंजू कादियान के पति रामचंद्र कादियान ने बताया कि उनका क्षेत्र अब वार्ड-14 से बदल कर वार्ड-16 में शामिल कर दिया है। भाजपा नेताओं ने जान बूझकर उनके समर्थित क्षेत्र की 5200 वोटों को निगम में शामिल नहीं किया। निगम का कोई भी अधिकारी उनके क्षेत्र में आया तक नहीं। वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.