विसर्जन में पुलिस नदारद , जोखिम में श्रद्धालुओं जान
गणेश विसर्जन में प्रशासन की अनदेखी श्रद्धालुओं की जान पर बनी रही।
जागरण संवाददाता, कैथल : गणेश विसर्जन में प्रशासन की अनदेखी श्रद्धालुओं की जान पर बनी रही। इस बीच पुलिसकर्मी और गोताखोर न होने की वजह से एक श्रद्धालु की जान चली गई। वहीं आपसी झगड़े की वजह से अफरातफरी का माहौल रहा। गणपति विसर्जन में श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते यातायात व्यवस्था बिगड़ी और कई जगह जाम से लोगों को जूझना पड़ा।
मूंदड़ी के पास नहर में डूबने से खुराना रोड निवासी रामलाल की मौत हो गई। वहीं हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर सिरसा ब्रांच के पुल पर विसर्जन के दौरान लंबा जाम लगा रहा। यही स्थिति काकौत व चंदाना गांव के पास स्थित पुल पर रही। दो बजे से लेकर रात को आठ बजे तक इस मार्ग पर यातायात बाधित रहा। जाम के कारण ¨लक मार्गों से होकर बड़े वाहन गुजरते दिखाई दिए। श्रद्धालुओं पर लाठी व डंडों से हमला, दो घायल
करनाल रोड पर सिरसा ब्रांच नहर में गणेश विसर्जन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर जाट स्कूल के पास 10-12 युवकों ने लाठी व डंडों से हमला कर दिया। इस घटना से विसर्जन करने जा रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। महिलाओं ने इधर-उधर भागकर जान बचाई। इस हमले में खुराना रोड निवासी पवन कुमार, बिल्ली कुमार को गंभीर चोट आई है। दोनों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। मामले की सूचना सिविल लाइन थाना पुलिस में दी गई। हजारों की संख्या में नहर पर पहुंचे लोग
गणेश विसर्जन को लेकर मोटरसाइकिल, कार व ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर लोग सिरसा ब्रांच नहर पर पहुंचे। काकौत, मूंदड़ी, चंदाना व हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर बने नहर के पुल पर भक्तों ने गणेश विसर्जन किया। यहां हजारों की संख्या में जाम की स्थित रही। नहर में भी एक साथ सैकड़ों लोग गणेश विसर्जन करने के लिए उतरे। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे, लेकिन प्रशासन की तरफ से किसी प्रकार का कोई प्रबंध यहां नहीं दिखाई दिया। गोताखोर तो दूर भीड़ को नियंत्रित करने को लेकर पुलिस कर्मचारी भी नजर नहीं आए। लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर विसर्जन करते दिखाई दिए।